लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने देवरिया में बालिका संरक्षण गृह में यौनाचार की घटना को बेहद शर्मनाक बताते कहा कि इसके आपराधिक दोष से बीजेपी सरकार बच नहीं सकती। इस पर राजभवन की चुप्पी हैरत में डालती है। अखिलेश ने कहा कि राज्यपाल लगातार अपराध की स्थिति में सुधार की बात करते रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार उनको हल्के में ले रही है।
प्रदेश की महिलाएं और बच्चियां सबसे ज्यादा पीडित
इस दौरान अखिलेश ने कहा कि देवरिया की घटना बिहार के मुजफ्फरपुर से भी भयानक है। छोटी-छोटी कार्रवाई और जांच के नाटक से इतने बड़े अपराध पर पर्दा नहीं डाला जा सकता। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने कहा कि बीजेपी सरकार के 16 महीनों में यदि कोई सर्वाधिक पीड़ित शोषित और अपमानित हुआ है, तो वह प्रदेश की महिलाएं और बच्चियां हैं. उनकी इज्जत और सम्मान राज्य में सुरक्षित नहीं है।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा खोखला साबित
साथ ही अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में दुष्कर्म, लूट, हत्या और अपहरण की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का सरकार का नारा खोखला साबित हो चुका है। उन्होंने कहा कि जहां बच्चियां लाजवश आत्महत्या कर रही हों और स्कूल-कॉलेज पढ़ने नहीं जा पा रही हों, वहां सरकार द्वारा उन्हें सुरक्षा न दे पाना अक्षम्य अपराध है।
घटना की जांच कराने की घोषणा सिर्फ दिखावे की नौटंकी
चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में देवरिया जैसे जघन्य कांड के बाद भी मुख्यमंत्री का प्रदेश में कानून का राज बताना सच से पलायन है। उनकी घटना की जांच कराने की घोषणा सिर्फ दिखावे की नौटंकी है। कितने शर्म की बात है कि जिले का डीएम नारी संरक्षण गृह में जाकर जांच करने में अपने को असहाय पाता है। इससे लगता है कि शासन-सत्ता से उन पर दबाव रहा होगा।
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by ankit tripathi