उत्तर प्रदेश में डेंगू और वायरल बुखार का कहर बढ़ता जा रहा है। केवल फिरोजाबाद में अब तक 75 लोगों की जान जा चुकी है। मथुरा में 17, मैनपुरी में तीन, कासगंज में दो लोग डेंगू और वायरल का शिकार हो चुके हैं। वहीं गोंडा में प्रतिदिन तीन हजार से ज्यादा मरीज संदिग्ध बुखार से पीड़ित अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। वहीं कानपुर में वायरल बुखार के कारण सात दिन में 10 लोगों की मौत हो गई।
बता दें कि प्रदेश में डेंगू और वायरल बुखार के प्रकोप को देखते हुए जनपद के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य सचिव सिंचाई टी वेंकटेश ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बालरोग वार्ड डेंगू वार्ड व क्षेत्रीय निदान केंद्र का निरीक्षण किया। डेंगू के मरीज व उनकी जांच को लेकर डॉक्टरों से जानकारी ली। नोडल अधिकारी ने बताया कि अयोध्या जनपद में अभी डेंगू नियंत्रण में है। केवल चार-पांच मरीज ही भर्ती है।मरीजों की जांच के लिए उचित दिशा निर्देश दिए गए हैं।
इसके साथ ही जिला अस्प्तालमें वार्ड की साफ सफाई रखने के भी दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही टी वेंकटेश से नगर निगम क्षेत्र के दिल्ली दरवाजा व अंगूरी बाग वार्ड का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को साफ सफाई रखने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान डीएम अनुज झा एसएसपी शैलेश पांडे व सीएमओ डॉ अजय राजा मौजूद रहे।
वहीं डेंगू से चार मासूम समेत 14 लोगों की मौत हो गई। इनमें फिरोजाबाद में 11, मैनपुरी दो और मथुरा में एक मरीज शामिल हैं। वहीं, फिरोजाबाद में मृतकों का आंकड़ा 75 पहुंच गया है। उधर डीएम चंद्रविजय सिंह ने लापरवाही बरतने पर पीएचसी सैलई के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. गिरीश श्रीवास्तव, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सौरभ प्रकाश और पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. रुचि यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।