लखनऊ: राजधानी लखनऊ स्थित SCERT कार्यालय पर 22000 सीटों को जुड़वाने के लिए अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। मौजूद समय में अभ्यर्थियों की संख्या जरूर कम हुई है लेकिन इरादे कमज़ोर नहीं हुए हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि जबतक शासन-प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता है, तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
क्या है मांगें
बीते 21 जून से एससीईआरटी पर धरना दे रहे अभ्यर्थियों की मांग है कि 68500 भर्ती के 22000 रिक्त सीटों को 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में जोड़ा जाए। अभ्यर्थियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने 1.37 लाख पदों को दो भर्ती में भरने का आदेश दिया था, तो इन भर्ती में शेष पद अगली भर्ती में क्यों ? अभ्यर्थियों का कहना है कि हम बीएड अभ्यर्थियों को आठ वर्ष बाद मौका मिला और हम सरकार मानक परीक्षा सुपरस्टेट में सरकार के मानक से अधिक अंक पाकर बाहर क्यों हैं ?
अधिकारियों का मिला मौखिक आश्वासन
अभ्यर्थियों का कहना है कि हमें अधिकारियों का मौखिक आश्वासन मिला है और हम इस आश्वासन को नहीं मानते हैं, हमें लिखित आश्वासन चाहिए। उन्होंने कहा है कि जब तक लिखित में हमें कुछ नहीं दिया जाएगा, जब तक हम यहां से नहीं हटेंगे।
हमारे कई साथी बीमार हुए हैं- प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी
वहीं पिछले नौ दिनों से जारी धरने में कई अभ्यर्थियों को स्वास्थ्य संबंधित शिकायतों का सामना करना पड़ा है। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके कई साथी गर्मी के कारण बीमार हुए हैं, कुछ तो बेहोश भी हो गए थे। उन्होंने कहा कि बीमार अभ्यर्थियों का इलाज करवा कर उन्हें घर वापस भेज दिया गया है।
वहीं Bharatkhabar.com ने उन अभ्यर्थियों का भी हाल जाना जो इस प्रदर्शन में स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानियों से जूझ रहे थे। संत कबीर नगर की सबा खान को प्रदर्शन के दौरान चक्कर आया था और वे बेहोश हो गई थीं। भारतखबर से बातचीत में उन्होंने बताया कि मेरी तबियत पहले से ही खराब थी लेकिन हक के लिए लड़ना जरूरी था।
मेरे परिवार की जिम्मेदारी मुझपर है। महाधरने के दौरान मुझे उल्टियां हुईं, चक्कर आया और मैं बेहोश हो गई। साथियों द्वारा मुझे दवाइयां उपलब्ध हुईं। उन्होंने कहा कि साथियों ने SCERT कार्यालय के अधिकारियों को इस बात की सूचना भी दी लेकिन उन्होंने कोई रिएक्शन नहीं दिया।
जारी रहेगा धरना
वहीं प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि ये धरना तब तक जारी रहेगा जब तक हमें लिखित तौर पर आश्वासन नहीं मिल जाता। उन्होंने कहा है कि हमारा एक डेलिगेशन बेसिक शिक्षा मंत्री से मुलाकात करने गया है। उनके रेस्पॉन्स के आधार पर धनरे की आगे की रणनीति तैयार होगी।