नई दिल्ली। “खोदा पहाड़ और निकली चुहिया”..ये जुमला तो आपने कई बार सुना होगा लेकिन आज कुछ इसी अंदाज में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। नोटबंदी पर विपक्ष के तेवर तो पहले ही तीखे है और इसका नमूना संसद से सड़क तक जारी संग्राम में आप पहले ही देख चुके है। आज इस मुद्दे पर पूर्व वित्त मंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ी तो निशाने पर पीएम मोदी के उस फैसले को लिया जो काफी दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है।
पी चिदंबरम ने नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा, नोटबंदी अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। ये हालात 50 दिन में ठीक नहीं होगें इसको सामान्य होने में 7 महीने लगेंगे। बैंको में पैसा नहीं है। एक महीने में 300 करोड़ से ज्यादा नोटो की छपाई होना संभव नहीं है। ये फैसला गरीबों पर मार है। इस फैसले की जांच होनी चाहिए। क्या पूरा देश कैशलेस हो सकता है? अगर खातो में 15 लाख रुपए आ जाएंगे तो काला धन कहां गया? क्या इस फैसले से आतंकियों की फंडिंग पर लगाम लगी? क्या इससे भ्रष्टाचार रुका?
कुछ ऐसे ही तीखे सवालोंं से आज कांग्रेस के नेता ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। हालांकि कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी मोदी जी पर कंरसी बैने के मुद्दे पर हमला करते चुले आए है।
बता दें कि नोटबंदी के ऊपर सभी पार्टियों लगातार सरकार के फैसले का विरोध कर रही है जिसके चलते सदन की कार्यवाही पिछले कई दिनों से बाधित रही है। संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत 16 नवंबर से हुई थी लेकिन तब से अब तक अगर कुछ हुआ तो वो है सिर्फ हंगामा। पिछले 4 दिनों के अवकाश के बाद आज संसद की कार्यवाही शुरु होगी लेकिन बीते हालातों को मद्देनजर देखते हुए आज भी सदन में हंगामें के आसार दिखाई दे रहे हैं।