- अब तो सुन लो सरकार, विद्यार्थी की दरकार
- विद्यालय को मिले राजकीय दर्जा, दो घंटे धरना देकर दिया ज्ञापन
रावतभाटा (मनीषा रावल)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यो द्वारा स्वपोषित महाराणा प्रताप महाविद्यालय को राजकीय दर्जा दिलाने की मांग करते हुये ज्ञापन दिया गया। काफी समय से विद्यार्थी इसकी मांग कर रहे है, ज्ञापन पर ज्ञापन दिए गये पर कोई सुनवाई ना होने से विद्यार्थीयों में रोष है।
नगर मंत्री जसवीर सिंह चौधरी व जिला कार्यसमिति सदस्य राहुल जैन ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कुछ महीनों पहले राजस्थान के कुछ स्वपोषित महाविद्यालय को राजकीय कर दिया गया, फिर सभी राजकीय महाविद्यालयों में आवेदन की लास्ट डेट निकल जाने के बाद उन महाविद्यालय को वापस स्वपोषित कर संचालन समिति को महाविद्यालय को चलाने का आदेश देना दुर्भाग्यपूर्ण है।
कुछ दिन पहले परिषद के द्वारा उपखंड अधिकारी को ज्ञापन भी दिया गया उस पर प्रतिक्रिया न होने पर आज फिर मुख्यमंत्री के नाम का उपखंड अधिकारी रामसुख गुर्जर कार्यालय परिसर मे 2 घण्टे का धरना देकर ज्ञापन सौंपा गया। अगर सरकार अभी भी विद्यार्थीओ के भविष्य को लेकर जागरूक नहीं हुई तो विद्यार्थी परिषद सड़को पर उतरने को मजबूर होगा ओर उसका जिम्मेदार प्रशासन होगा। एबीवीपी ने मांग की है कि जल्द से जल्द महाविद्यालय को राजकीय किया जाए व विद्यार्थियों से वसूली गयी फीस वापस की जाए।
ज्ञापन देने में नगर सहमंत्री हेमंत शाक्यवाल भूपेंद्र मालव, युवराज सिंह, राहुल चौधरी, राहुल सिंह सिसोदिया, हिम्मत सिंह तंवर, लवकुश धाकड़, मनीष धाकड़, दिनेश भील, अमित प्रजापत, दुर्गालाल धाकड़, इज्यराज सिंह, लोकेश सुमन, अजय नायक, विशाल लौहार, सुरेंद्र सिंह, अजयपाल सिंह, पायल मौर्य, नेहा पांडे, सिमरन सालवी, नीरज धाकड़, राजेन्द्र मीणा, अनिकेत उपाध्याय, राजेश जी जयसवाल, नंदकिशोर जाट, अविनाश आदि कार्यकर्ता मोजूद थे।