पुणे। दिल्ली डेयरजेविल्स के नए कप्तान श्रेयस अय्यर की कप्तानी में दिल्ली ने लगातार हो रही अपनी हार को आखिरकार जीत में बदल ही लिया और वो भी शानदार जीत में। टीम ने शुक्रवार को कोलकाता नाइट राइडर्स को 55 रन से धूल चटाते हुए अपना लोहा मनवाया। हालांकि टीम अभी भी अंक तालिका में आखिरी पादयान पर बनी हुई है। अय्यर की कप्तानी में दिल्ली की टीम अपनी जीत को बरकरार रखने के लिए एक बार चेन्नई के खिलाफ उसके घरेलु मैदान में उतरेगी।
वहीं चेन्नई की बात करे तो धोनी की अगुवाई में टीम अंक तालिका में दूसरे पायदान पर काबिज है। जहां दिल्ली की टीम अपनी संभावनाओं को कायम रखने में अग्रसर है तो वहीं चेन्नई भी मुंबई के हाथों शनिवार को मिली हार के बाद जीत के लिए बेताब है। गौतम गंभीर की कप्तानी में जीत के लिए संघर्ष कर रही दिल्ली की टीम ने अय्यर की कप्तानी में खेल गए पिछले मैच में कोलकाता को 55 रन से मात दी थी। हालांकि इसके बाद भी टीम अंक तालिका में सबसे निचले पायदान पर है।
उसके खाते में सात मैचों में केवल दो जीत हैं। प्लेऑफ की होड़ में कायम रहने के लिए उसे जीत का सिलसिला जारी रखने की जरूरत है। दूसरी ओर चेन्नई सुपरकिंग्स को संघर्षरत मुंबई इंडियंस के खिलाफ हार से झटका लगा है। डेयरडेविल्स के लिए चेन्नई को हराना बड़ी चुनौती है क्योंकि हार वह वहन नहीं कर सकती। दिल्ली को अपने कप्तान श्रेयस अय्यर से वैसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी जैसा उन्होंने केकेआर के खिलाफ 93 रन बनाकर किया था।
अय्यर के अलावा अन्य बल्लेबाज ओपनर पृथ्वी शॉ, ऋषभ पंत और ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल और कोलिन मुनरो को भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा। ऑस्ट्रेलियाई मैक्सवेल अच्छी शुरुआत तो करने में सफल रहे हैं लेकिन उसे बड़ी पारी में बदलने में विफल रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा क्या डेयरडेविल्स पूर्व कप्तान गौतम गंभीर को फिर अंतिम एकादश से बाहर रखेगी जोकि आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं और केकेआर के खिलाफ भी नहीं उतरे थे।