नई दिल्ली। दिल्ली के रामजस कॉलेज में दो छात्र संगठनों के बीच जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को एबीवीपी के छात्रों ने दिल्ली विश्श्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में तिरंगा मार्च निकाला, इस तिरंगा यात्रा में एबीवीपी के छात्रों की तरफ से वंदे मातरम के नारे लगाये जा रहे हैं।। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि एसएचओ आरती शर्मा ने झड़प के मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई है, एबीवीपी के छात्रों का आरोप है कि 13 शिकायतों के बाद भी पुलिस ने बस एक एफआईआर दर्ज की है।
तिरंगा मार्च के बार में भारत खबर से बातचीत के दौरान एबीवीपी के दिल्ली प्रदेश मंत्री भरत खटाना ने बताया कि दिल्ली विश्श्वविद्यालय में हाल के दिनों मे हुई राष्ट्रविरोधी कार्यवाही के विरोध में दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में शांतिपूर्ण तिरंगा मार्च निकाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि लेफ्ट विंग की अगुवाई में भी मंगलवार को एसजीटीबी खालसा कॉलेज से पब्लिक प्रोटेस्ट मार्च निकालने का विचार कर रही है, जिसमें एकबार फिर से उमर खालिद को बुलाने की खबर है, ऐसे किसी भी परिस्थिति का एबीवीपी विरोध करेगी जिसमें उमर खालिद जैसे राष्ट्रविरोधी नारे लगाने वालों को संबोधन के लिए बुलाया जाएगा।
यह है मामला- रामजस कॉलेज में सेमिनार द कल्चर ऑफ प्रोटेस्टश् शुरू हुआ, जिसमें जेएनयू स्टूडेंट उमर खालिद को भी बतौर स्पीकर पहुंचना था। उमर खालिद को लिटरेरी सोसायटी की ओर से इनवाइट किया गया था। उमर को अपनी पीएचडी के एक टॉपिक पर बोलना था, जो बस्तर के आदिवासी इलाके पर है। मगर उमर के पहुंचने से पहले ही एबीवीपी मेंबर्स और डूसू के कुछ मेंबर्स ने प्रोटेस्ट शुरू कर दिया। उन्होंने प्रिंसिपल से मिलकर भी सेमिनार को रोकने की मांग की। सेमिनार हॉल में भी ये लोग घुस गए और नारेबाजी करने लगे। इस पूरे मामले के बाद से आइसा और एबीवीपी के बीच कैम्पस से लेकर सोशल मीडिया पर जंग जारी है।