नई दिल्ली। जंतर-मंतर पर कर्ज माफी और मुआवजे के लिए हाथों में मानव खोपड़ी लेकर प्रदर्शन कर रहे तमिलनाडु के किसानों का प्रदर्शन दिनों-दिन उग्र रूप धारण कर रहा है। रविवार को किसानों ने अनूठे तरीके से प्रदर्शन करते हुए आधे सिर मुंडवाकर विरोध जताया।तमिलनाडु से 100 के करीब किसान पिछले कई दिनों से ऋण माफी और आर्थिक सहायता के लिए धरने पर बैठे हैं और प्रतिदिन अलग-अलग तरीकों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
मानव खोपड़ी लेकर कर रहे हैं प्रदर्शन
जंतर-मंतर पर इन दिनों तमिलनाडु से आए किसान धरने पर बैठे है जिसमें करीब 200 किसान शामिल है। तन पर आधा कपड़ा, सन्यासियों सी वेषभूषा बनाए और हाथ में मानव खोपड़ी लिए इन किसानों का मकसद सिर्फ इतना है कि किसान मर रहा है और कर्ज के बोझ तले दब रहा है। वहीं प्रदर्शन कर रहे इन किसानों का कहना है कि सरकार किसानों के हित में जल्दी कोई कदम उठाए वरना खेती करना मुश्किल हो जाएगा।
राहुल ने की मुलाकात
गत दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों से जंतर-मंतर पर जाकर मुलाकात की थी। धरना दे रहे किसानों से मुलाकात के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा था कि पीएम देश के अमीर लोगों का कर्ज माफ कर चुके है तो देश के गरीब किसानों का कर्ज क्यों माफ नहीं करते? इसके साथ ही राहुल ने कहा कि यहां लोग कई दिनों से बैठे हैं लेकिन उनकी आवाज ना तो हिंदुस्तान की सरकार सुन रही और ना ही देश के पीएम।
हालांकि बीते 3 सालों पर अगर गौर फरमाएं तो केंद्र सरकार 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपये 50 बड़े कारोबारियों के माफ किए गए हैं लेकिन इन किसानों की सुनवाई कब होगी? प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वो इनकी बात सुनें और समस्याओं को हल करे। हम तमिलनाडु सहित दिल्ली में किसानों की पूरी मदद करेंगे।
गौरतलब है कि तमिलनाडु में सूखे की मार झेल रहे किसानों को केंद्र सरकार की तरफ से दो हजार करोड़ रुपये की सहायता दी गई है। केंद्र सरकार की तरफ से कल (शनिवार को) इसका ऐलान किया गया। पत्र सूचना कार्यालय की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने सूखे और कर्ज की मार झेल रहे किसानों के लिए 2014.45 करोड़ रुपये की सहायता जारी की है।