ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की जमाखोरी से जुड़े मामले में कारोबारी नवनीत कालरा को दिल्ली कोर्ट ने जमानत दे दी है। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि मामले में आरोपी नवनीत कालरा ने सफेदपोश अपराध को अंजाम दिया और जरूरतमंद मरीजों को ज्यादा दामों पर चिकित्सा उपकरण बेचकर मुनाफा कमाया।
‘ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हमसे ज्यादा दामों पर बेच रहे’
नवनीत कालरा के वकील ने कोर्ट को बताया कि हम पर कालाबाजारी का आरोप लगाया जा रहा है। और कहा जा रहा है कि हमने ज्यादा पैसों में कंसंट्रेटर बेचे। जबकि जो कंसंट्रेटर हमने 60 हजार में बेचे वो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 90 से 95 हजार तक बेचे जा रहे हैं। ये प्लेटफॉर्म ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को आज भी हमसे ज्यादा रेट में बेच रहे हैं।
क्या है पूरा मामला ?
कुछ दिन पहले एक छापे के दौरान नवनीत कालरा के रेस्तरां से कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले 524 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स बरामद किए गए थे। हालांकि अब नवनीत कालरा को मामले में जमानत दे दी गई है। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने मामले पर सुनवाई की
‘जमानत याचिका हो खारिज’
दिल्ली पुलिस की तरफ से अतिरिक्त लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने कोर्ट से कहा कि कालरा की मंशा लोगों को ठगने और मुनाफा कमाने की थी। उसने जरूरतमंद लोगों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स बेचे। इसलिए कालरा की जमानत याचिका खारिज की जाए।