नई दिल्ली। दिल्ली की अदालत ने बाबा रामदेव पर लिखी गई एक किताब पर अपना अंतिम फैसला सुनाते हुए किताब पर रोक लगा दी है। बाबा रामदेव पर लिखी गई किताब ‘गॉडमैन टु टाइकून: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ बाबा रामदेव’ पर रोक लगा दी है। शुक्रवार को जगरनॉट बुक्स पब्लिकेशन ने द्वारा बयान जारी किया गया है। इस में कोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने से पहले ही बाबा रामदेव पर लिखी गई किताब के प्रकाशन पर रोक लगा दी है।
लेकिन सोशल मीडिया किताब पर लगाए गए बैन की काफी निंदा की जा रही है। ट्वीट कर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पब्लिशर का समर्थन किया है। पब्लिशर का समर्थन करते हुए कांग्रेस सांसद ने ट्वीट किया है कि प्रेस की स्वतंत्रता को इस वक्त बचाने की जरूरत है। वही इस किताब को मुंबई की पत्रकार प्रियंका पाठक नारायण ने लिखा है। वही किताब पर बैन की खबर सुनने के बाद प्रियंका का कहना है कि उन्हें इस सब की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी। उन्होंने बताया है कि बाबा रामदेव पर इससे पहले भी कई सारी किताबें लिखी हुई हैं इसलिए ऐसा होगा इसकी उन्हें बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी।
उनके अनुसार किताब लिखने से पहले उन्होंने आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव से भी मुलाकात की थी। उन्होंने बताया है कि बाबा रामदेव से मुलाकात के वक्त वह सहज थे। आपको बता दें कि इस किताब में बाबा रामदेव के जन्म हरियाणा और पतंजलि को आयुर्वेदक कंपनी बनाने तक कहानी लिखी हुई है। इसमें रामदेव के अलावा अन्य लोग की भी भूमिका लिखी हुई है। इस किताब में बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण के बारे में भी लिखा गया है।