नई दिल्ली। दिल्ली में अपनी खोई जमीन पाने के लिए कांग्रेस ने अब मशक्क्त शुरू कर दी है। इसके तहत सोमवार को पार्टी के प्रमुख नेताओं ने राजधानी के राजीव भवन स्थित कार्यालय में एक अहम बैठक की। इस बैठक में दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी. चाको, प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के साथ पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भाग लिया। दिल्ली में आप के 20 विधायकों के लाभ पद मामले में अयोग्य करार दिये जाने के बाद इन सीटों पर उपचुनाव की आहट के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने जमीन पर मेहनत करनी शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में अब दिल्ली कांग्रेस ने सभी नेताओं को एकमंच पर लाकर एकजुटता का संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है।
बता दें कि आज प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित बैठक में शीला सरकार के पूर्व मंत्री और हाल ही में पार्टी में वापसी करने वाले अरविंदर सिंह लवली, हारून युसूफ के साथ सभी पूर्व सांसद भी शामिल हुए। दीक्षित ने पुराने कांग्रेस नेताओं को माकन टीम में प्रवेश कराने में महत्वपूर्ण रोल निभाया है।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में 20 सीटों पर अभी से तैयारी करने, बजट पर दिल्ली में सत्तारूढ़ केजरीवाल सरकार को घेरने और भ्रष्टाचार को उजागर करने पर रणनीति बनाने पर चर्चा हुई। बैठक में शीला दीक्षित ने कहा कि आज दिल्ली की जनता स्वयं महसूस कर रही है कि कांग्रेस शासन के 15 साल में दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाया गया था। आज आवश्यकता है कि पार्टी कार्यकर्ता फिर से एकजुट हों और केजरीवाल सरकार की खामियों को उजागर करें।