नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनकी पार्टी के विधायकों द्वारा मुख्य सचिव के साथ मारपीट करने के मामले को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ दी है। सीएम ने कहा कि वे अड़ियल हो सकते हैं, लेकिन हिंसक नहीं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी एक परिवार हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हाथापाई वाली लड़ाई कायर लड़ते हैं और उनके खिलाफ लगाए जा रहे ये आरोप बेबुनियाद है कि उन्होंने अंशु प्रकाश को रात में अपने घर बैठक के लिए बुलाया था और उनकी पिटाई कराई। सीएम ने कहा कि केजरीवाल अड़ियल हो सकता है, लेकिन वे हिंसक नहीं हो सकता। मारपीट कायर करते हैं और केजरीवाल कायर नहीं है।
जॉइंट काउंसिल ऑफ ऑल एंप्लॉइज असोसिएशन के बैनर तले कर्मचारी सीएम हाउस आए थे। सीएम ने उनको संबोधित करते हुए कहा कि एक गलत बात को जिस तरह से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है, वह राजनीतिक साजिश के तहत किया गया है। अगले दिन कर्मचारियों को भड़काया गया और दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात सामने आने लगी। इससे इस साजिश का साफ पता चलता है। केजरीवाल के इस बयान के बाद इस बैठक में मौजूद दिल्ली सरकार कर्मचारी कल्याण संघ के अध्यक्ष डीएन सिंह ने अपने पुराने अड़ियल रुख में नरमी दिखाई और कहा कि ‘बातचीत ही सबसे बढ़िया ज़रिया है इस खींचतान को खत्म करने का।