नई दिल्ली। हमेशा मीडिया में अपनी जगह बनाने वाले दिल्ली की सत्ता पर काबिज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार चर्चा का केंद्र बन गए हैं। दरअसल दिल्ली सचिवालय के सामने उनकी ब्लू रंग की बैगनआर खड़ी हुई थी जिसे वह आम आदमी कार कहते थे लेकिन गुरुवार को वह चोरी की शिकार हो गई। उनकी गाड़ी गेट नंबर 3 के पास खड़ी हुई थी।
इस मामले में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद पुलिस ने छापेमारी करनी शुरू कर दी है। जिसके बाद पुलिस मेरठ के सोतीगंज सहित कई जगहों पर पहुंची है। लेकिन पुलिस के हाथ गाड़ी का कोई सुराग नहीं लगा है। वही मुख्यमंत्री केजरीवाल की गाड़ी को ढूंढना अब पुलिस के लिए एक चुनौती बनता जा रहा है। आपको बता दें कि मेरठ का सोतीगंज बाजार चोरी की गाड़ियों के पुरजों के लिए खासा सुर्खियां बटोरता है। वही पुलिस अब वैगनआर गाड़ियों की तलाशी में जुट गई है।
जिस वक्त सीएम केजरीवाल की 49 दिनों की सरकार थी तब वह इस गाड़ी से ही सचिवालय जाते थे। उन्होंने कई जगहों पर इस गाड़ी का इस्तेमाल किया था। जानकारी है कि सीएम केजरीवाल अपनी इस गाड़ी से काफी भावनात्मक तौर पर जुड़े हुए थे। लेकिन चोरी होने से पहले उस गाड़ी का इस्तेमाल आप की यूथ विंग की इंचार्ज वंदना सिंह इस्तेमाल करती थीं। उन्होंने इस मामले पर कहा कि वह गाड़ी चोरी होने से काफी दुखी हैं। सीएम ने रोहतक में लोकसभा चुनाव के दौरान भी इस कार को अपने इस्तेमाल में लाया था। फिलहाल इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। वही इस मामले के सामने आने के बाद कानून व्यवस्था पर कई सारे सवाल उठ रहे हैं। सवाल उठाया जा रहा है कि जब सीएम की गाड़ी चोरी हो सकती है तो आम जनता का क्या होगा।