उत्तराखंड

बेटियां ने बढ़ाया माता-पिता का सम्मान,देरहादून की पंखुड़ी और राशि ने किया कमाल

10 arun बेटियां ने बढ़ाया माता-पिता का सम्मान,देरहादून की पंखुड़ी और राशि ने किया कमाल

आज हर क्षेत्र में हर प्रदेश में बेटियां नाम रोशन करती नजर आ रही है ऐसा ही कुछ दून की दो बेटियों ने नाम रोशन किया है। वह खुद का तो मुकाम बना ही रही हैं,और लड़कियों के लिए भी प्रेरणा बनी दून की बेटी पंखुड़ी और राशि ने ऐसा ही कमाल कर दिखाया है।
पंखुड़ी का राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान के लिए चयन हुआ है, और वहीं क्लैट में अपनी धमक जमा चुकी राशि ने हिमाचल लॉ यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस में पहला स्थान हासिल किया है। कॅरियर लांचर के निदेशक अमित मित्तल ने कहा कि भावी पीढ़ी के पास आज कॅरियर के तमाम विकल्प हैं। उन्हें सही मार्गदर्शन की जरुरत है। राशि और पंखुड़ी इसका बहुत अच्छा उदाहरण हैं।

10 arun बेटियां ने बढ़ाया माता-पिता का सम्मान,देरहादून की पंखुड़ी और राशि ने किया कमाल
एचपी लॉ यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस में राशि ने किया टॉप
क्लैट में ऑल इंडिया में 159वीं रैंक हासिल करने वाली दून की राशि शर्मा ने अब एक और कीर्तिमान रचा है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस में पूरे भारत में पहला स्थान हासिल किया है। राशि का सपना कामयाब जज बनने का है। कारगी निवासी राशि के पिता मनोज कुमार बीएसएफ से रिटायर्ड हैं, और मां मोनिका केंद्रीय विद्यालय में शिक्षिका हैं। ऐन मैरी स्कूल से गत वर्ष 96.6 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं पास की थी। जिसके बाद राशि ने एक साल तैयारी की। राशि ने न सिर्फ क्लैट में सफलता हासिल की, बल्कि हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की प्रवेश परीक्षा में भी अव्वल रहीं। वह कहती हैं कि अब आगे चलकर न्यायिक सेवा में जाना है। अब विधि की पढ़ाई के साथ ही वह इसकी तैयारियों में जुटेंगी। राशि ने 10वीं में भी 93.6 फीसद अंक हासिल किए थे।
पंखुड़ी का राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान में चयन
दून की पंखुड़ी सक्सेना का चयन राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआइडी) के लिए हुआ है। वह उत्तराखंड से चयनित एकमात्र छात्रा हैं। अहमदाबाद स्थित राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान की पूरी एशिया में धाक है। पंखुड़ी ने एशियन स्कूल से गत वर्ष 97.4 प्रतिशत अंक के साथ 12वीं पास की और उसके बाद उनका एनआइएफटी दिल्ली में दाखिला हुआ। टेक्सटाइल डिजाइन में कॅरियर बनाने की चाह रखने वाली पंखुड़ी खुद के लिए बेस्ट चाहती थी। ऐसे में उन्होंने एनआइडी की राह पक्की की। उनके पिता अशोक कुमार सक्सेना ओएनजीसी में चीफ इंजीनियर ड्रिल हैं।

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