देहरादूनः अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि न्यायालय के निर्देशों के क्रम में देहरादून शहर में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण, नगर निगम देहरादून एवं जिला प्रशासन देहरादून द्वारा जन सामान्य हेतु बनाये गये फुटपाथों, गलियों, सड़कों एवं अन्य स्थलों पर किये गये अनधिकृत निर्माणों एवं अवैध अतिक्रमणों में ध्वस्तीकरण, चिन्हांकन व सीलिंग का कार्य निरन्तर किया जा रहा है।
इसे भी पढ़ेः उत्तराखंडःमुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इंडियन पोस्ट पेमेंटस बैंक की देहरादून शाखा का किया उद्घाटन
अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने अतिक्रमण हटाने के दौरान अतिक्रमण हटाओ टास्क फोर्स के अधिकारियों व कर्मचारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिये है, ताकि न्यायालय द्वारा दिये गये आदेशों का शत्-प्रतिशत पालन शीघ्रता से सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि नगर निगम की सीमा में हुए अतिक्रमणों को हर कीमत पर हटाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अतिक्रमणकारी चाहे कितना भी प्रभावीशाली क्यों न हो, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।
इसे भी पढ़ेः जल्द अतिक्रमण मुक्त होगा देहरादून, अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई जारी
सचिव ने कहा कि प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों को चिन्ह्ति किया जा रहा है, जो अतिक्रमण के चिन्ह्ति भवनों से निशानों को मिटा रहे है। ऐसे लोगों के विरूद्ध सरकारी कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने का संज्ञान लेते हुए एफ.आई.आर. दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में भी कोई अतिक्रमण के चिन्ह्ति भवनों से निशानों को मिटाता है, तो ऐसे लोगों के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज की जायेगी।
ओमप्रकाश ने बताया कि अवैध अतिक्रमण हटाने के अभियान में सार्वजनिक मार्गों से अवमुक्त करायी गयी भूमि का प्रयोग मार्ग की चौडाई बढ़ाने, फुटपाथ, नाली, यूटीलिटी डक्ट का निर्माण एवं ऑन रोड़ पार्किंग व वैंडर जोन विकसित किये जाने हेतु किया जाना है। उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिये कि वेंडिंग जोन बनाने की कार्यवाही भी जल्द से जल्द की जाए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की दुकानों को अतिक्रमण के दौरान हटाया गया है, उनका रिकार्ड जल्द से जल्द बनाया जाए, ताकि वेंडिंग जोन बनने के बाद उन्हें दुकानें पूरी पारदर्शिता व निष्पक्षता के साथ आवंटित की जा सकें।
आपको बता दें कि ओमप्रकाश ने बताया कि आज सोमवार को इस अभियान के अन्तर्गत 93 अवैध अतिक्रमणों के चिन्हीकरण व 04 भवनों के सीलिंग का कार्य सम्पादित किया गया है। इस प्रकार अब तक कुल 8473 अतिक्रमणों का चिन्हीकरण, 4730 अवैध अतिक्रमणों का ध्वस्तीकरण व 133 अवैध भवनों के सीलिंग का कार्य सम्पादित किया जा चुका है।