दीपो का त्योहार दिवाली अंधेरे पर प्रकाश के विजय का प्रमाण है. पूरा देश इस उत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाता आया है. राम की नगरी अयोध्या भी हर वर्ष दिवाली के मौके पर दुल्हन की तरह सजा दी जाती है. परंतु करीब 500 साल के बाद अयोध्या की दिवाली ऐतिहासिक है क्योंकि हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने राम मंदिर की नींव रखी है.
अयोध्या में शुक्रवार को भव्य एवं दिव्य दीपोत्सव मनाया जाना है. आज अयोध्या में 5 लाख 51 हजार दीये जलाए जाएंगे. अपने ही विश्व रिकॉर्ड को अयोध्या फिर से तोड़ेगा. अद्भुत सरयू आरती का आयोजन होगा. अयोध्या की जनता इस आयोजन को लेकर काफी उत्साहित है. इसमें शामिल होने के लिए देश भर के लोग आए हैं. भव्य दीपोत्सव की तैयारी में अयोध्या नगरी दुल्हन की तरह सजाई गई है.
कोरोना संकटकाल को देखते हुए सरकार ने इस आयोजन में शामिल होने के लिए लोगों से सीमित संख्या में पहुंचने की अपील की थी लेकिन श्रद्धालुओं की भावनाओं को रोकना मुश्किल दिख रहा है.
दोपहर में 3 बजे सीएम योगी अयोध्या पहुंचेंगे. 3 बजकर 10 मिनट पर वह राम जन्मभूमि स्थल पर पहुंचेंगे और राम लला के दर्शन कर दीप प्रज्वलित करेंगे. जन्मभूमि स्थल पर भी 11 हजार दिये जलेंगे. उसके बाद सीएम व राज्यपाल राम कथा पार्क में पहुंचेंगे.शाम 4 बजे राम, सीता और लक्ष्मण; हनुमान को हेलिकॉप्टर से राम कथा पार्क में उतारा जाएगा जहां पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री उनका स्वागत और माल्यार्पण करेंगे.
फिर 5 बजे राम कथा पार्क में स्थित मंच पर सीएम और राज्यपाल भगवान राम व सीता और लक्ष्मण हनुमान को लाएंगे जहां पर भरत मिलाप और राजगद्दी का कार्यक्रम होगा और आरती उतारी जाएगी. उसके बाद 5:30 बजे सीएम योगी का संबोधन भी होगा.फिर राम कथा पार्क से 6 बजे सीएम योगी सरयू घाट पर पहुंचेंगे जहां पर सरयू आरती में शामिल होंगे और फिर 6:15 बजे दीपोत्सव का शुभारंभ होगा. उसके बाद सीएम व राज्यपाल वापस राम कथा पार्क में आएंगे और कार्यक्रम को देखेंगे और रात्रि विश्राम अयोध्या में ही करेंगे.
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद से ही हर साल दिवाली के मौके पर अयोध्या को इसी तरह सजाया जाता है. दिवाली के दिन लाखों दीये जलाकर अयोध्या को जगमगाया जाता है.