लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना का पीक जाने के बाद अब कुछ सकारात्मक चीजें दिखाई दे रहीं हैं। योगी सरकार की रणनीति और आंशिक लॉकडाउन का असर अब कोरोना की संक्रमण दर पर दिखाई दे रहा है। योगी सरकार का दावा है कि पिछले 24 दिनों में कोरोना के संक्रमण की दर में 75 फीसदी से ज्यादा की कमी आई है।
टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट के मंत्र के अनुरूप कोरोना के खिलाफ रणनीति कारगर सिद्ध हो रही है। एक ओर जहां प्रदेश में कोविड टेस्टिंग में हर दिन एक नया रिकॉर्ड बन रहा है, वहीं दैनिक केस में निरंतर कमी आती जा रही है और रिकवरी दर बेहतर होता जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 76,703 एक्टिव कोरोना मरीज हैं। एक्टिव केस में यह कमी अच्छे संकेत देती है। 30 अप्रैल की पीक की स्थिति के सापेक्ष 24 दिन के भीतर मरीजों की संख्या में 75.3 फीसदी की कमी आई है। अब तक 15 लाख 77 हजार 729 लोगों ने कोरोना पर जीत प्राप्त की है। प्रदेश के रिकवरी दर में हर दिन बेहतरी हो रही है। अब यह 94.8% तक पहुंच गया है। विगत 24 घंटों में कोविड संक्रमण के 3,981 केस सामने आए हैं, जबकि इसी अवधि में 11,918 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हुए हैं।
कोविड टेस्टिंग में उत्तर प्रदेश हर दिन एक नया रिकॉर्ड बना रहा है। बीते 24 घंटे में 03 लाख 26 हजार 399 टेस्ट किए गए हैं। इसमें 01 लाख 27 हजार 404 सैम्पल आरटीपीसीआर के लिए जिलों से भेजे गए हैं। इस तरह प्रदेश में अब तक 04 करोड़ 70 लाख 63 हजार 616 टेस्ट किए जा चुके हैं। इतना टेस्ट करने वाला एक मात्र राज्य उत्तर प्रदेश ही है।
वर्तमान में 47,483 मरीज होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं। कल मात्र 17 एमटी ऑक्सीजन की मांग इन मरीजों की ओर स्व की गई। इन मरीजों से लगातार संवाद बनाए रखा जाए। इनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए टेलीकन्सल्टेशन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए। चिकित्सकों की संख्या, फोन लाइन की संख्या में बढ़ोतरी की जरूरत है।
निगरानी समितियों के माध्यम से होम आइसोलेशन के मरीजों और जरूरत के अनुसार उनके परिजनों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। मेडिकल किट वितरण व्यवस्था की सतत मॉनीटरिंग की जाए। जनपदीय आइसीसीसी और सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से मरीजों से संवाद कर उन्हें मिल रही सुविधाओं की जांच कराई जाए। वरिष्ठ अनुभवी तथा बुजुर्ग चिकित्सकों को आग्रह के साथ टेलीकन्सल्टेशन कार्य से जोड़ा जाए।