प्रयागराज: प्रयागराज में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का आंकड़ा नौ पहुंच गया है। वहीं इस संख्या के बढ़ते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया, वहीं गांव में कोहराम मच गया है। बता दें कि हंडिया कोतवाली क्षेत्र के बींदा गांव में देशी जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई थी।
जिसमें तीन लोगों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम कराये ही कर दिया गया था। गौरतलब है कि जहरीली देसी शराब पीने से मंगलवार को छोटेलाल कनौजिया, रामजी, सेबेदार यादव और कल्लू कनौजिया की मौत हो गई थी। इससे एक दिन पहले सोमवार को अजय कुमार गुप्ता, खदेरू कनौजिया, विमल कुमार और शोभनाथ और सुशीला की मौत हो गई थी।
एसपी ने नहीं मानी थी शराब से हुई मौतों की बात
विदित हो कि जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। इस विषय पर गंगापार के एसपी धवल जायसवाल ने हंडिया के एसडीएम के साथ संयुक्त बयान जारी किया था और कहा था कि किसी की भी मौत जहरीली शराब पीने से नहीं हुई है।
इसके बाद उन्होंने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने दो लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से होने की बात स्वीकार की थी। आज बुधवार को नौ लोगों की मौत होने के बाद पुलिस के अधिकारी बगले झांकते दिख रहे हैं। इस मामले में मौतों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
पुलिस की लापरवाही झेल रही आम जनता
बता दें कि पुलिस विभाग की थोड़ी सी लापरवाही की कीमत आम जनता को भुगतनी पड़ती है। ग्रामीणों के अनुसार अगर पुलिस ने सतर्कता दिखाई होती तो शायद नौ लोगों की मौत न होती। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया है।