नई दिल्ली:ऋषिकेश में दो बहनों से दुष्कर्म और उनकी हत्या करने वाले गुरुद्वारे के सेवादार को विशेष न्यायाधीश पोक्सो रमा पांडेय की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। सेवादार को न्यायालय ने सोमवार को दुष्कर्म और हत्या का दोषी ठहराया था। अभियोजन की ओर से मुकदमे में कुल 14 गवाह पेश किए गए।
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बता दें कि मामला 15 जून 2017 का है। शासकीय अधिवक्ता भरत सिंह नेगी ने बताया कि ऋषिकेश की श्यामपुर पुलिस चौकी के पास नेपाली मूल की एक महिला दो बेटियों (13 व तीन साल) और नौ वर्षीय बेटे के साथ रहती थी। घटना वाले दिन महिला रोज की तरह घरों में कामकाज के लिए गई थी और बेटा ताई के घर गया था।
बेटा करीब साढ़े ग्यारह बजे घर आया तो देखा कि बाहर से कुंडी लगी हुई थी। दरवाजा खोला तो देखा कि दोनों बहने पलंग पर बेसुध पड़ी थीं। उसने सामने स्थित गुरुद्वारे के सेवादार के फोन से मां को फोन किया, जिसके कुछ देर बाद वह वहां आ गई।
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By: Ritu Raj