देश एक बार फिर महंगाई की मार झेल रहा है। खुदरा महंगाई दर जनवरी में एक बार फिर ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। सरकार की ओर से पेश की गई आंकड़ों के मुताबिक पिछले महीने खाद्य उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से खुदरा महंगाई दर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जनवरी में खुदरा महंगाई दर 6.06 प्रतिशत पहुंच गई है। जबकि दिसंबर में यह दर 5.66 प्रतिशत थी। आपको बता दें यह दर आरबीआई की ओर से सालाना आधार पर तय की गई मुद्रास्फीति के लक्ष्य से भी अधिक है।
पिछले साल क्या रही थी मुद्रास्फीति
वहीं दिसंबर 2021 में मुद्रास्फीति के आंकड़ों को 5.59 से संशोधित कर कर 5.66% कर दिया गया है। जबकि जनवरी 2021 में यह आंकड़ा 4.06 फीसदी दर्ज किया गया था।
इन उत्पादों की कीमतों में हुई बढ़ोतरी
सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक तेल और वसा खंड में खुदरा मुद्रास्फीति 18.7 फीसदी रही। वही इंधन एवमं प्रकाश, कपड़ा, जूते-चप्पल के साथ परिवहन, संचार क्षेत्र समेत अन्य खंडों की महंगाई की सालाना दर 9 फीसदी बढ़ी है। अनाज व अन्य उत्पादों की महंगाई दर जनवरी 2022 में 3.39 फीसदी दर्ज की गई थी। जो दिसंबर 2021 में 2.62 फीसदी थी।
इसके अलावा नॉनवेज में भी मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी दर्ज की गई है इन उत्पादों में इस महीने 5.47% रही जबकि दिसंबर में 4.58% थी। वही इस महीने सब्जियों की महंगाई दर 5.19 प्रतिशत दर्ज की गई है जबकि दिसंबर में यह दर 2.99 थी।
ऐसे में महंगाई दर का बढ़ना चिंताजनक कहा जा सकता है क्योंकि खुदरा मुद्रास्फीति दर भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य सीमा को पार कर चुकी है। बता दें केंद्रीय रिजर्व बैंक का सीपीआई लक्ष्य 2 से 6% के बीच में रहता है। वहीं राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) द्वारा सोमवार को जारी किए गए डेटा के मुताबिक खाद्य उत्पादों की महंगाई दर जनवरी 2022 में 5.43% रही, जबकि दिसंबर 2021 से 4.05 प्रतिशत दर्ज की गई थी। बता दें कि रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति पर विचार-विमर्श करते वक्त मुख्य रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति पर ध्यान करता है।