नई दिल्ली: गुरुवार शाम को रामनगर में हुए बस हादसे से पूरी घाटी में कोहराम मच गया है। बस खाई में गिरने के बाद दुर्घटना स्थल स्यालढूंगा और भतरौंजखान-भिकियासैण अस्पतालों में चीख पुकार मच गई। कई लोग अपने सगे संबंधियों को खोजने निकल पड़े। बस में सवार अपने रिश्तेदारों के जिंदा नहीं बचने की आशंका से भी कई ग्रामीणों की हवाइयां उड़ी रहीं।
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बस खाई में गिरते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। घायलों की चीत्कारों से घाटी गूंज उठी। जिसने भी सुना वह सहायता के लिए मौके की ओर दोड़ पड़ा। खाई में शव और घायल लोग इधर-उधर छितराए हुए थे। उनकी कराहें घाटी को भी रुला रहीं थी।
भतरौंजखान निवासी कमला देवी अपनी बेटी मानसी को नवोदय विद्यालय चौनलिया में छोड़ने जा रही थी लेकिन बस दुर्घटना में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। वहीं मानसी की दादी आनंदी देवी बदहवास हालत में रोते चिल्लाते घटना स्थल के लिए दौड़ पड़ी। कुछ लोग उन्हें जीप में बैठाकर घटना स्थल तक लेकर पहुंचे लेकिन तब तक बहू कमला और नातिन मानसी को अस्पताल भर्ती करा दिया गया था।
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