हरदोई। हरदोई जिले के सुरसा थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले जयपाल की बेटी पंछी देवी की अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण सुरसा से 108 एंबुलेंस द्वारा 10 तारीख को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था डॉक्टरों का कहना है यह लड़की बेहोशी की हालत में जिला चिकित्सालय लाई गई थी और दूसरे दिन इसकी मौत हो गई डॉक्टरों और कर्मचारियों को जरा सा भी रहम नहीं आया और मासूम बच्ची का शव इमरजेंसी गेट के सामने जमीन पर रखवा दिया।
एक तरफप्रदेश सरकार स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेहतर करने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ जमीनी हालात कुछ और ही हैं ऐसे में योगी सरकार कैसे इन डॉक्टरोंऔर कर्मचारियों पर शिकंजा कसेगी? जिला चिकित्सालय में सब सुविधाएं होने के बावजूद भी मासूम पंछी का शव जमीन पर 2 घंटे तक जमीन पर पड़ा रहा और मासूम पंछी के परिजन डाक्टरों से स्ट्रेचर और शव वाहन मंगाने के लिए फरियाद करते रहे पर ना ही कर्मचारियों और ना ही डॉक्टरों ने इधर सुध लेने की कोशिश की। जब परिजनों की एक भी न सुनी गई तब पिता अपनी बेटी का शव हाथों में लिया चल देने को मजबूर हुआ। प्राइवेट वाहन वाले ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए और कहा यह शव वाहन नहीं है और आप हॉस्पिटल वालों से ही कहें वही आपकी कुछ मदद कर सकते हैं।
आज सुबह जब मीडिया कर्मी की नजर जमीन पर रखे हुए शव पर पड़ी तो जमीनी हकीकत हॉस्पिटल की पोल खोलती नजर आई। हॉस्पिटल की तरफ से ना ही शव रखने के लिए स्ट्रेचर दिया गया, ना ही शव वाहन मुहैया कराया गया। मीडिया कर्मियों द्वारा जब इस बात पर डॉक्टरों से बातचीत की तो डॉक्टर अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आए ऐसे में जब मीडिया की टीम डिप्टी सीएमओ के पास पहुंची तो सीएमओ के संज्ञान में यह मामला आया और उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही।
-आशीष सिंह, संवाददाता हरदोई