राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार को अदालत में बताया हैं कि केरल सोने की तस्करी मामले में दाऊद इब्राहिम के गैंग की संदिग्ध भूमिका हो सकती हैं। NIA ने कहा कि उसके इंटेलीजेंस इनपुट से जानकारी मिली है कि इस सोने के तस्करी से मिली राशि को राष्ट्र-विरोधी और आतंकवादी गतिवधियों में इस्तेमाल किया गया था।
आरोपियों की जमानत का किया विरोध
NIA ने इस केस में आरोपियों की जमानत का विरोध किया हैं। NIA ने कोर्ट के सामने कहा कि इस केस में इस संदिग्ध भूमिका की जांच करने की जरूरत हैं।
180 दिन की न्यायिक हिरासत की मांग
NIA ने कहा कि सोने की तस्करी से मिलने वाले पैसो का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और आतंकी गतिविधियों में होने की संभावना संबंधी खुफिया जानकारी हैं। NIA ने कहा कि मामले में जांच को आगे बढ़ाने के लिए 180 दिन तक सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में रखा जाना बहुत जरूरी हैं।
NIA ने UN सिक्योरिटी काउंसिल की टिप्पणी का किया जिक्र
NIA के मुताबिक, मामले में एक आरोपी, रमीस ने बताया है कि उसका तंजानिया में हीरों का कारोबार था और उसने वो सोना UAE में बेचा था।
बता दें कि NIA ने अपनी दलील में UN सिक्योरिटी काउंसिल सैंक्शन्स कमिटी की ओर से दाउद इब्राहिम पर की गई टिप्पणी का जिक्र किया हैं और दाउद इब्राहिम गैंग की अफ्रीका में गतिविधियों पर अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेज़री की तरफ से प्रकाशित की गई फैक्ट शीट भी जोड़ी हैं।
केरल के मंत्री से सोने की तस्करी के आरोप में NIA ने की पूछताछ