सोनभद्र से प्रवीण पटेल की रिपोर्ट
सोनभद्र के दुध्धी आदिवासी बहुल इलाका जो अभी काफी पिछड़ा माना जाता है यहाँ के सीधे साधे आदिवासी समुदाय के लोग अभी बाहरी दुनिया से अलग थलग पड़े है। वही अगर हौसले बुलंद हो और मजबूत इरादें हो तो कोई भी कार्य असम्भव नही हो सकता जहाँ इस इलाके के लोग अभी बेटियों को दूर दराज भेजने में कतराते है। वही कुछ बेटियां घर से काफी दूर यू कहे देश से बाहर निकल कर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही है।
जब देश के ऊपर कोरोना जैसी महामारी की आफत आयी तो विदेशों में सेवा देने व बड़े शहरों से भी दूर गरीब आदिवासी बहुल इलाकों में अपने क्षेत्र में सेवा देना ही भगवान का आदेश समझ कर लोगो के सेवा के लिए इलाज व जांच करने का बीड़ा उठाया है। साथ ही ऐसे पिछड़े इलाकों को जहाँ पढ़ाई लिखाई से दूर लोग अपने घर के बच्चों को भी काम पर लगा देते है। वैसे लोगो को कोरोना महामारी से बचाव कैसे करें ,कैसे हाथ धोए ,कैसे साफ सफाई कर के मास्क लगाकर कोरोना से बचाव कर सकते है ये डॉक्टर बेटियां समझती नजर आ रही है ।
वही इन डॉक्टर बेटियों ने बताया कि कॅरोना के खिलाफ जागरूकता अभियान का आगाज़ किया गया है हम दुध्धी नगर के रहने वाले है और एमबीबीएस कर रहीं है हम सब 5 सदस्यीय छात्राओं का दल गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान चला रहे। मेडिकल स्टोर के संचालकों द्वारा मेडिसिन व मास्क बनाने वाले टीम के साथ फ्री मास्क बांटने का इंतज़ाम भी किये है । वही उन्होंने कहा कि बेटियों के पास भी पंख होते हैं आप उनके अरमान देखिए
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एक मौका और थोड़ा सा हौसला दीजिए फिर उनकी ऊँची उड़ान देखिए हम सब स्थानीय कस्बे की निवासिनी है जो कॅरोना के खिलाफ गुरुवार से जंग में कूद पड़ी हैं। जागरूकता अभियान के पहले दिन विकास खंड दुद्धी के धनौरा ग्राम पंचायत के कई टोले में जाकर कॅरोना बीमारी इससे बचाव , क्वारनटाईन, सेल्फ आइसोलेशन, लॉक डाउन, सफाई, सोशल डिस्टेंसिंग आदि पर विस्तृत रूप से ग्रामीण महिला-पुरुषों को प्रकाश डालते हुए समझा रहे है ।
डॉ. विजय लक्ष्मी सिंह
वही डॉ. विजय लक्ष्मी सिंह ने कहा कि वैश्विक महामारी घोषित कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं इसकी रोकथाम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीणों को कोरोना वायरस से बचाव व इसकी रोकथाम की दिशा में जागरूक किया। साथ ही ग्रामीणों से अफवाहों से बचने की अपील की गई। कहा कि बिना आधिकारिक पुष्टि के किसी भी प्रकार के डरावने, झूठे व भ्रामक वाट्सएप मैसेज या फॉरवर्ड को आगे ना भेजें। साम्प्रदायिक सौहार्द शांति-व्यवस्था एवं अमन-चैन कायम रखने में जिला प्रशासन का सहयोग करें। किसी भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला भड़काऊ संदेश, अफवाह, फेक न्यूज इत्यादि सोशल मीडिया जैसे वाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर इत्यादि में आपसी भाईचारा तथा अमन-चैन कायम रखते हुए लॉकडाउन का पालन करें।
विक्रम जीत सिंह
वही पूर्व ग्राम प्रधान विक्रम जीत सिंह ने बताया कि इस महामारी से बचाव करें सरकार का साथ दीजिए किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है । अफवाह ना फैलाए सोसल मीडिया पर सरकार की पैनी नजर है घरों में रहे और दूरी बनाकर रखें ।
डॉक्टर मुस्कान गुप्ता
वही डॉक्टर मुस्कान गुप्ता ने कहा ग्रामीणों से मुखातिब होते हुए कहा कि शारीरिक दूरी का पालन करें। सब्जी खरीदते वक्त, दुकानों में या अन्य स्थानों पर भीड़ न लगाए और न ही भीड़ का हिस्सा बनें। मौके पर ग्रामीणों को कोविड-19 से बचने के लिए अनिवार्य रूप से अपने घर के अंदर रहने एवं बेहद जरूरी कार्य होने पर बाहर निकलते वक्त चेहरे को ढंककर निकलने के प्रति जागरूक किया गया।
वही डॉक्टर मुस्कान गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 महामारी ने हर किसी को समान रूप से प्रभावित किया है। पहले के इतिहास से अलग, जबकि देश या समाज एक-दूसरे के सामने खड़े होते थे, आज सब मिलकर एक जैसी चुनौती का सामना कर रहे हैं. भविष्य एकजुटता और लचकदार रवैये का होगा। भारत से निकला अगला बड़ा आइडिया सारी दुनिया के लिए प्रासंगिक होना चाहिए। उसमें ना केवल भारत बल्कि सारी मानवता के लिए एक सकारात्मक बदलाव लाने की क्षमता होनी चाहिए।
शबनम परवीन
डॉक्टर शबनम परवीन ने बताया गूगल के डू द फाइव पहल के तहत कोरोना वायरस से बचाव के 5 टिप्स देते हुए कहा कि ये टिप्स कोरोनो को फैलने से रोकेंगे। अपने हाथों को साफ करते रहें। खांसते या छींकते समय मुंह को ढंक लें। चेहरे को बार-बार न छुएं। लोगों से दूरी बनाकर रखें तथा बीमार महसूस करने पर घर से नहीं निकलें। इस बिमारी से डरने के बजाय जागरूक होने की जरुरत है। सिर्फ एक चीज़ है जो कोरोना वायरस के बारे में जानने की ज़रुरत है वो है इसका फैलाव जब बीमार इन्सान खाँसता है या छीकता है तो पास खड़े स्वस्थ व्यक्ति तक बीमार व्यक्ति की छीक की बूंदे पहुचने से बीमारी होती है अगर आप किसी व्यक्ति को छीकते या खाँसते देखते है तो आप ये काम कर सकते है उससे आप दो से ढाई मीटर की दुरी पर रहे ऐसे में आप उसकी छीकों की बूंदों से दूर रहेंगे उसे आप एक मास्क दे दें इससे वो आराम से छीक सकते है और दुसरो को प्रभावित करने से बचा सकते हैं।अच्छा होगा के भीड़ भाड़ वाली जगह से दूर रहें क्यूंकि आपको नहीं पता के भीड़ में कौन सा इन्सान स्वस्थ है और कौन सा बीमार। कभी कभी एक बीमार व्यक्ति के मुह की लार भी दूसरी चीज़ों में लग जाती है और अगर अब इन सब चीज़ों को छू लेते है और उसी हाथ से अपना मुह या चेहरा छू लेते हैं या अपने प्रियजनो को छूते है उससे भी आप बीमार हो सकते हैं।
डॉ एरम अंसारी
डॉ एरम अंसारी ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए बताया कि वायरस किसी भी चीज़ के ऊपर 48 घंटे तक रहते हैं तो आप उसे साबुन से धो कर ही उससे बच सकते है इसीलिए कुछ नियम है जिन्हे फॉलो करना ज़रूरी है। कोई भी जगह हाथ रखने के बाद या छूने के बाद अपने हाथ को कोहनी तक लगभग 20 सेकेण्ड तक धोये। पूरी तरह से हाथ धोने का मतलब हथेली के पीछे उंगुलियों के बीच में और नाखूनों के अन्दर भी साफ से धोये खांसते समय अपने कफ़ को टिश्यू में रख कर कूड़ेदान में फेंके। मुंह में मास्क लगा कर रहे।
मास्क भी बहुत देर तक लगा कर नहीं रखे क्यों की बहुत देर तक मास्क लगाने से मास्क में बैक्टीरिया आ जाते हैं, अगर हो सके तो मास्क के बाहरी हिस्से को न छुएं। अगर गलती से ऐसा हो गया तो चिंता की बात नहीं है आप हाथ धो सकते हैं जो बीमार है उन लोगो से न ज्यादा मिले न ही अपने पर्सनल सामान, जैसे खाना, बर्तन और कप तौलिया शेयर करे अपना आँख नाक कान छूने से बचे अगर आप ज़रा भी बीमार महसूस कर रहें है तो डॉक्टर को दिखाएँ। सावधान रहिये सतर्क रखिये और खुश रहिये। अंत में जागरुकता दल को दवा व्यवसाईयों द्वारा उपलब्ध कराया गया मेडिसिन, नगर के प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा मुहैया कराया गया मास्क और ग्लब्स ग्रामीणों में निशुल्क वितरित किया गया।