चंडीगढ़। पंजाब में संगरूर जिले के चांगालीवाल गांव में रविवार को एक युवा मजदूर की मौत की खबर के बाद तनाव पैदा हो गया, जिसे कथित रूप से पीटा गया था और एक भयावह घटना में उच्च जाति के लोगों द्वारा मूत्र पीने के लिए मजबूर किया गया था। मृतक की पहचान जगराम के रूप में की गई जो 37 वर्षीय दलित व्यक्ति है।
मृतक के परिवार के सदस्य, विभिन्न संगठनों, स्थानीय लोगों और राजनीतिक संगठनों द्वारा आरोपियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये हैं। जबकि परिवार के सदस्य पीजीआईएमईआर, बीएसपी नेताओं, विभिन्न संगठनों में एक विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं, और ग्रामीण उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) कार्यालय के बाहर धरना दे रहे थे।
राजनीतिक दलों ने सत्तारूढ़ कांग्रेस को दोषी ठहराते हुये इस घटना की कड़ी कार्रवाई और केंद्रीय जांच की मांग की है। वहीं पंजाब सरकार रविवार को SC / ST एक्ट के तहत “हर संभव सहायता” का आश्वासन देने की घोषणा की और पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
पंजाब सरकार की ओर से संवेदना व्यक्त करने के लिए पीजीआईएमईआर में मृतक के परिवार से मिलने वाले कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने घोषणा की कि अधिनियम के तहत पीड़ित परिवार को 8.15 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और परिवार के सदस्य को 5,000 रुपये मासिक पेंशन का भुगतान किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी दुखद घटना पर दुख व्यक्त किया है और वरिष्ठ अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया गया है।