नई दिल्ली। Cyclone Vayu ने समुद्र की ओर रुख कर लिया है, रास्ता बदलने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि अब ज्यादा नुकसान तो नहीं होगा लेकिन भारी बारियश और तूफान आने की संभावना जरूर है। नौसेना ने खुद को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार कर लिया है, अगले 24-48 घंटे समुद्र भी उग्र रह सकता है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार शाम तक हवा की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे से ज्यादा रहने की जानकारी अपडेट की है और हवा के झोंको की रफ्तार 175 किमी प्रति घंटे हो सकती है। हमने पहले केवल कच्चे घरों में रहने वालों को स्थानांतरित करने की योजना बनाई थी, लेकिन चक्रवात के गंभीर होने की आशंका के कारण तटीय गांवों में सभी लोगों को स्थानांतरित करने का फैसला किया। ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। – विजय रूपाणी, मुख्यमंत्री- गुजरात
नेवी के बयान के अनुसार, पश्चिमी नौसेना कमान मुंबई मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) के साथ तैयार है और राहत सामग्रियों को पहले से ही निर्दिष्ट जहाजों पर चढ़ा दिया गया है, जिसे कम समय पर भी मुहैया कराया जा सकता है। नौसेना के जहाजों, विमानों व हेलीकॉप्टरों को मछली पकड़ने वाली नौकाओं को सूचित करने और उन्हें वापस बंदरगाह जाने के लिए कहने के निर्देश दिए गए हैं। नौसेना ने अपने गोताखोर और बचाव टीमों और राहत सामग्रियों, मेडिकल टीमों को मुंबई के भारतीय नौसेना के अस्पताल अश्विनी में जरूरत पड़ने पर नागरिक सहायता के लिए तैयार रखा है।
चक्रवाती तूफान वायु के राज्य में दस्तक देने के साथ इसकी रफ्तार 150 किमी प्रति घंटा से ज्यादा होने की संभावना है इसी के मद्देनजर गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र के तटीय जिलों से लगभग 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और दो विशेष निकासी ट्रेनों को सेवा में लगाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से सौराष्ट्र के पोरबंदर, दीव, कांडला, मुंद्रा और भावनगर के लिए उड़ान परिचालन को गुरुवार को रद्द कर दिया गया है, जबकि गुजरात के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है।