लखनऊ: यूपी में सांस्कृतिक विरासत और संरक्षण के लिए एक पहल की गई है। संस्कृति नीति बनाने की प्रक्रिया का कार्य शुरू कर दिया गया है। तीन जून को ऑनलाइन समीक्षा बैठक में इस बात पर विचार किया गया। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने निर्देशित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्राीय शैक्षिक संस्थानों के सुक्षावों को शामिल किया जाए। लुप्त हो रही विधाओं को सरक्षण और प्रशिक्षण करने का कार्य किया जाएगा।
यूपी की योगी सरकार लगातार प्रदेश के सांस्कृतिक पक्ष को पहचान दिलाने के कई प्रयास कर रही है। इसी को ध्यान में रखकर संस्कृति नीति बनाने का फैसला लिया गया।
प्रदेश में अकादमिक संस्थानों और स्वंयसेवी संगठनों को आगे लाया जाएगा। हर जिले में सांस्कृतिक क्षेत्र में कई तरह के खेलकूद, ड्रेसिंग, रीति रिवाज और परंपराओं को संरक्षण दिया जाएगा।
भातखंडे संगीत संस्थान को राज्य संस्कृति विश्वविद्यालय में बदला जाएगा। इसमें सभी तरह की कलाओं-विज्ञान-शोध और प्रशिक्षण को किया जाएगा। इस विश्वविद्यालय की शुरुआत के लिए कार्य किया जा रहा है।