नई दिल्ली। साल 2013 के आईपीएल मैच के दौरान मैच फिक्सिंग के मामले में फंसने के बाद दो साल के लिए चैन्नई सुपरकिंग्स के मैच खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था,जिसके तहत टीम ने साल 2016 और 2017 के आईपीएल मैच में शिरकत नहीं किया था, बल्कि इसकी जगह आईपीएल में गुजरात लाइंस को जगह दे दी गई थी। इसके अलावा राजस्थान रॉयल्स पर भी मैच फिक्सिंग के मामले के चलते दो साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया था, इस दौरान राजस्थान की कमी को पूर्णे की टीम ने दूर किया था। वहीं अब दो वर्ष के प्रतिबंध के बाद सीएसके और आरआर दोबारा से मैदान में उतरने के लिए तैयार हो गई है।
दोनों टीमें अगले साल होने वाले आईपीएल मैच में अपना जलवा दिखाएगी, लेकिन इन दोनों टीमों को सिर्फ अपने 5-5 पुराने खिलाड़ी रखने का ही मौका दिया गया है, इसके अलावा इन दोनों को बाकी खिलाड़ियो का चयन करना होगा। ये दोनों टीमें उन पांच-पांच खिलाड़ियों को बरकरार रख सकती है जो 2015 में उनके पास थे और इसके बाद राइजिंग पुणे सुपरजायंट और गुजरात लॉयंस की तरफ से खेले थे।
ये टीमें प्लेयर्स रिटेन्शन और राइट टू मैच के तहत अपने 5-5 खिलाड़ियों को अपने पास रख सकेगी। अन्य सभी फ्रेंचाइजियां पिछले साल अपनी टीम की तरफ से खेले 5-5 खिलाड़ियों को बरकरार रख सकती हैं। अब इस फैसले के साथ ही सीएसके महेंद्रसिंह धोनी, सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा, ड्वेन ब्रावो और ब्रेंडन मॅक्कुलम को अपने पास रख सकती है। इसी तरह राजस्थान रॉयल्स अजिंक्य रहाणे, स्टीव स्मिथ और जेम्स फॉकनर को बरकरार रख सकती हैं। गौरतलब है कि मैच फिक्सिंग के बाद गवर्निंग काउंसिल ने अगले वर्षों में होने वाले क्रिकेटरों की नीलामी के लिए फ्रेंचाइजियों का वेतन का बजट 66 करोड़ से बढ़ाकर 80 करोड़ कर दिया था।