प्रयागराज: काशी और प्रयागराज के बीच क्रूज का सफर शुरु होने जा रहा है। जल्द ही पर्यटक इस सुविधा का फायदा उठा पायेंगे। इस क्रूज की मदद से गंगा के द्वारा काशी से प्रयागराज को जोड़ने की तैयारी है। पानी के रास्ते से सरकार इस रोमांचकारी सफर का लुत्फ़ देने की योजना में है।
पर्यटन विभाग कर रहा तैयारी
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने इसके लिए खाका खींचना शुरु कर दिया है। काशी को मिर्जापुर-चुनार से जोड़ते हुए प्रयागराज संगम तक क्रूज के सफर को शुरु करने की योजना है। क्रूज के संचालन से क्षेत्र का भी विकास होगा और गंगा के किनारे जीवन में भी बड़ा बदलाव आयेगा। इसके साथ ही गंगा के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
अयोध्या को भी जोड़ने की है योजना
राम मंदिर का निर्माण होते ही अयोध्या की सूरत बदल जायेगी, काशी की तरह यहां भी पर्यटन को बहुत बढ़वा मिलने की संभावना है। ऐसे में जल मार्ग से काशी, प्रयाग और अयोध्या को जोड़ना एक बड़ा प्रयोग होगा। साथ ही उत्तर प्रदेश की संस्कृति और आस्था को जोड़ने की ओर भी यह बड़ा कदम होगा।
यूपी पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
पर्यटन अधिकारियों के द्वारा इससे जुड़े रूट का भी दौरा किया गया। जिसमें काशी से संगम और अयोध्या तक का सर्वे शामिल किया गया। विस्तृत रिपोर्ट में यह बताया गया कि क्रूज का संचालन पहले काशी से संगम तक किया जाए, फिर बाद में आगे बढ़ाकर रोमांचक सफर को अयोध्या कर दिया जाए। धार्मिक पर्यटन के ये सबसे बड़े केंद्र हैं, यहां भारी संख्या में देश-विदेश से लोग आते हैं।
पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने के साथ ही इसमें कई परिवर्तन किए जायेंगे, साथ ही क्रूज की संख्या भी बढ़ सकती है। अभी सुरक्षा को प्राथमिकता देखते हुए सिर्फ घरेलू पर्यटकों को ही आने जाने की परमीशन होगी। अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का आना पिछले एक साल से बंद है। पिछले माह काशी पहुंची बांग्लादेश की तकनीकी टीम ने भी जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए हल्दिया-वाराणसी जलमार्ग-1 को प्रयागराज तक जोड़ने पर जोर दिया जा रहा है।