गोरखपुर: देश में जब लॉकडाउन की घोषणा की गई थी तब प्रवासी मजदूरों को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह किस दौर में जा रहे है। लॉकडाउन में कोई पैदल निकला तो कोई ट्रक और टैंकरों के सहारा लेने को मजबूर हुआ।
जैसे तैसे गाड़ी दोबार पटरी पर आनी शुरू हुई तो कोरोना की दूसरी वेव ने फिर धावा बोल दिया और फिर मजदूरों को वहीं करना पड़ा जो उन्होने पिछले साल किया था। एक साल की पूरी त्रासदी देखने के बाद मजदूर अपना घर चलाने के लिए फिर बड़े शहरों की तरफ देख रहे है।
दिल्ली-मुम्बई जाना है…
मजदूर फिर रेलवे स्टेशन की तरफ जाते हुए दिखाई दे रहे है। हर कोई दिल्ली और हरियाणा या मुम्बई जाकर जैसे तैसे काम पाना चाहता है ताकि अपने घर को सम्भाल सके। दिल्ली और मुम्बई जाने वाले यात्रियों में टिकट को लेकर काफी असमंजस है।
स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा
रेलवे प्रशासन ने मजदूरों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए गोरखपुर और आनंदविहार के बीच स्पेशल ट्रेन चलाएगा। प्रशासन का कहना यात्री कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन करें।