- भारत खबर || नई दिल्ली
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए कृषि बिलों को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन जारी है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने अपनी खेत बचाओ यात्रा भी शुरू कर दी है। इसी प्रकरण को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है।
बताते चलें कि पंजाब में कृषि बिलों के विरोध को लेकर विद्युत संयंत्रों के कोयले की आपूर्ति बेहद बुरी तरह से प्रभावित हुई है। किसानों द्वारा कृषि बिलों के विरोध को लेकर धरना व विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों के संगठनों द्वारा रेल रोको प्रदर्शन भी भारी मात्रा में किया जा रहा है।
किसान केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए कृषि बिल के खिलाफ भारी रोष प्रकट कर रहे हैं। बताते चलें कि रेल रोको आंदोलन के तहत रेलों के ना चलने से कोयले की आपूर्ति बढ़ गई है। जिसके चलते विद्युत संयंत्रों को बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि गाड़ियां शुरू ना हुई तो बिजली की कटौती का बड़ा विषय बन सकता।
इस बात को ध्यान में रखते हुए पंजाब राज्य की विद्युत निगम लिमिटेड के अध्यक्ष रेणु प्रसाद का कहना है कि हमारे पास कोयले की आपूर्ति की समस्या बहुत खड़ी हो रही है। हमारे पास केवल 2 दिन के कार्य करने के लिए ही कोयला बचा है। उन्होंने कहा कि अधिकांश रूप से के तापीय विद्युत संयंत्र पहले लेकिन अब जो वर्तमान में विद्युत संयंत्र चल रहे हैं, उन्हें कोयले की आपूर्ति का सामना करना पड़ रहा है। कोयले की पूर्ति ना हो पाना एक बड़ी समस्या को बुलावा दे सकता है।
बताते चलें कि भारत में अनेकों राज्यों के कुछ हिस्से अधिक मात्रा बिजली की कटौती का सामना कर रहे हैं उन राज्यों में लगभग सात हजार मेगावाट से अधिक बिजली की मांग है और छ: हजार पाँच सौ मेगा वाट बिजली खरीदी जा रही है। लेकिन अब किसानों द्वारा किए जा रहे रेल रोको आंदोलन से यह स्थिति और भी बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। उनका कहना है कि यदि इस प्रकरण पर ध्यान न दिया गया तो यह विषय अपना नया रूप ले सकता है। और नागरिकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने पंजाब सरकार से भी यह मांग की है कि किसानों द्वारा किए जा रहे रेल रोको आंदोलन को संज्ञान में लेकर जल्द ही उचित कार्यवाही की जाए।