हजारीबाग। झारखंड सहित देश के कई राज्यों में किसानों के आत्महत्या किए जाने को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जिला समाहरणालय के समक्ष धरना दिया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता उपस्थित थे । मेहता ने इस अवसर पर केन्द्र व राज्य सरकार पर पूंजीपति के हित वाली सरकार होने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि केन्द्र सरकार पूंजीपति जगत के तीन लाख करोड़ का ऋण माफ कर चुकी है, लेकिन किसानों के एक लाख साठ हजार करोड़ रुपए का ऋण माफ करने में आनाकानी कर रही है।
बता दें कि उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में करीब चार हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं। मध्य प्रदेश में 38 किसानों ने आत्महत्या की है । झारखंड में एक महीने में 4 किसान कर्ज के कारण आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने सरकार से किसानों का ऋण माफ करने की मांग की साथ ही अनुदानित मूल्य पर बीज उपलब्ध कराने की भी मांग की। उन्होंने जमीन अधिग्रहण का विरोध करने वाले नेताओं के खिलाफ सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई का विरोध किया।
साथ ही उन्होंने कहा कि गलत आरोप लगाकर विधायक प्रदीप कुमार यादव, बड़कागांव विधायक निर्मला देवी व पूर्व मंत्री योगेन्द्र साव को जेल भेजा गया है। नेताओं को रिहा करने की मांग भी सरकार से की। पूर्व सांसद मेहता ने रसोइया संयोजिका अध्यक्ष संघ द्वारा 15 सूत्री मांग को लेकर पिछले 29 जून से किए जा रहे आमरण अनशन का समर्थन करते हुए सरकार से उनकी मांगों को पूरा करने की बात कही। कार्यक्रम में शंभू कुमार, अशोक मेहता, राम प्रकाश मेहता सहित कई अन्य नेता उपस्थित थे।