लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक अच्छी खबर सामने आई है। यहां केजीएमयू में कोविड जांचों का आंकड़ा 20 लाख पार हो गया है, जो देश के किसी भी चिकित्सा संस्थान की तुलना में सर्वाधिक है।
राजधानी स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) का माइक्रोबायोलॉजी विभाग कोविड-19 महामारी के निदान में शुरू से ही अग्रणी भूमिका निभा रहा है। संस्थान में कोरोना जांचों का दौर बीते वर्ष 2020 के फरवरी माह से ही शुरू हो गया था।
देश में किसी चिकित्सा संस्थान की तुलना में सर्वाधिक टेस्ट
वर्तमान में चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. बिपिन पुरी के दिशा-निर्देशन में माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा कोरोना की RT-PCR जांच की जा रही है। संस्थान में कोरोना जांचों का आंकड़ा 20 लाख के पार पहुंच गया है। केजीएमयू द्वारा की गई कोविड जांचों की संख्या देश में किसी भी चिकित्सा संस्थान की तुलना में सर्वाधिक है।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. अमिता जैन के प्रयासों का नतीजा है कि कोरोना जांचों की संख्या इन आंकड़ों तक पहुंच पाई है। विभाग में कार्यरत डॉक्टर्स, लैब टेक्नीशियन व डाटा ऑपरेटर द्वारा कोविड महामारी के दौरान भी अपनी जान जोखिम में डालकर जांच का काम लगातार जारी रखा गया।
केजीएमयू में बनाया गया माइकोलॉजी सेंटर
केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को ICMR द्वारा एडवांस माइकोलॉजी डाइग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर स्वीकृत किया गया है। इससे संबंधित हर रिसर्च कार्य माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रो. प्रशांत गुप्ता की देखरेख में किया जाएगा।