लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से कम हो रहा है। सरकार इसके लिए लगातार प्रयास कर रही है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 के साथ बैठक की और दिशा-निर्देश दिए।
आज बैठक में बताया गया कि, प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर अब 91.4 प्रतिशत हो गई है। पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल 7,336 मामले आए हैं। यह संख्या 24 अप्रैल को आए 3,8055 मामलों से लगभग 30 हजार कम है। वहीं, पिछले 24 घंटों में 19,669 संक्रमित व्यक्ति इलाज के बाद डिस्चार्ज हुए हैं। वर्तमान में राज्य में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 1,23,579 है।
होम आइसोलेट मरीजों को दें मेडिकल किट
सीएम योगी ने टीम-9 को निर्देश दिया कि, होम आइसोलेशन के मरीजों को निगरानी समितियों के माध्यम से मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। जिलों में स्थिति में सुधार की आवश्यकता है। लक्षणयुक्त एवं संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों को मेडिकल किट निगरानी समिति द्वारा ही उपलब्ध करायी जाए।
मुयमंत्री ने कहा कि, ऑक्सीजन और अन्य जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी में संलिप्त लोगों के खिलाफ एनएसए जैसे कठोर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाए। पुलिस विभाग लगातार ऐसी गतिविधियों पर नजर बनाए रखे। इंटेलिजेंस को बढ़ाया जाए।
स्वास्थ्य विभाग में तेजी से काम
बैठक में बताया गया कि, कोविड महामारी में चिकित्सा संसाधनों को बेहतर करने का कार्य प्रतिबद्धता पूर्वक किया जा रहा है। अकेले चिकित्सा शिक्षा विभाग ने बीते कुछ दिनों में 2400 चिकित्सकीय मानव संसाधन बढ़ाये गए हैं। स्वास्थ्य विभाग में भी तेजी से कार्यवाही हो रही है।
सूबे के मुखिया ने कहा कि, यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी डॉक्टर की ड्यूटी कार्यालयीन कार्य में कतई ना लगाई जाए। उनसे केवल चिकित्सकीय कार्य ही कराया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों के सीएचसी व पीएचसी में मैन पावर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और संबंधित जिलाधिकारी स्तर से कार्यवाही होनी है, जबकि मेडिकल कॉलेजों में प्राचार्य इसकी कार्यवाही करते हैं। शासन से सहयोग की जरूरत हो तो बताएं, अन्यथा चयन प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई जाए।
ऑक्सीजन की मांग आई कमी
बैठक में बताया गया कि, सभी कोविड और नॉन कोविड मरीजों के सुव्यवस्थित इलाज के लिए मांग के अनुसार ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। बीते 24 घंटे में 921 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया। ऑक्सिजन ऑडिट के अच्छे परिणाम मिले हैं, बीते कुछ दिनों में ऑक्सीजन की मांग में 10 से 15 फीसदी की कमी आई है।
बताया गया कि अधिकांश मेडिकल कॉलेजों में 500 एमटी (लगभग दो दिवस की मांग के अनुसार) ऑक्सीजन का बैकअप हो गया है। 24 घंटों में होम आइसोलेशन के करीब 4000 मरीजों को भी सुगमतापूर्वक ऑक्सीजन सिलिंडर की आपूर्ति हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि, मेडिकल कॉलेजों में खाली सिलिंडर की जरूरत है, इसकी पूर्ति तत्काल कराई जाए।