प्रयागराज: संगम नगरी में बीते 24 घंटे में 1704 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। शहर में बढ़ते संक्रमण की वजह से इलाज के लिए कोविड एल-1 और एल-2 के नए अस्पताल बनाए जा रहे हैं। जिले में प्राइवेट अस्पतालों को भी एल-1 अस्पताल में बदला जा रहा है।
कोरोना के शुरुआती दौर में शहर के चार निजी अस्पतालों को कोविड मरीजों के इलाज के लिए शुरू किया जा रहा है। आपको बता दें कि कोरोना के तेजी से बढ़ते मामले को देखते हुए प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में मंगलवार से ओपीडी सेवा और इलेक्टिव ओटी बंद कर दिया गया है, क्योंकि इस अस्पताल को ही कोविड एल-3 अस्पताल बनाया गया है। आपको बता दें कि यहां पर वर्तमान समय में 336 गंभीर मरीज भर्ती हैं।
डॉक्टर फोन से मरीजों को बताएंगे इलाज
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि, बढ़ते कोरोना मरीजों के संख्या को देखते हुए और उनके बेहतर इलाज के लिए ओपीडी सेवा बंद की गई है। मंगलवार से स्वरूप रानी अस्पताल में मरीजों को ओपीडी में नहीं देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि, इस दौरान डॉक्टर फोन के माध्यम से मरीजों को इलाज बताएंगे। साथ ही जरूरत पड़ने पर गंभीर मरीजों को अस्पताल में बुलाकर उन्हें देखेंगे। अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं पहले की तरह ही जारी रहेगी।
आपको बता दें कि पिछले दिनों जहां बीजेपी के शहर उत्तरी सीट से विधायक हर्ष वर्धन बाजपेयी संक्रमित होने के बाद इलाज के लिए पीजीआइ लखनऊ गए हैं, वहीं मेजा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक नीलम करवरिया भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गई हैं। फिलहाल, डॉक्टर्स की सलाह पर वो अभी होम आइसोलेशन में हैं।
हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश भी संक्रमित
प्रयागराज में कोरोना के इस कहर से इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस गोविंद माथुर समेत कई जज और वकीलों के साथ ही हाईकोर्ट के अधिकारी और कर्मचारी अभी तक संक्रमित हो चुके हैं।