कंसाज। अमेरिका में भारतीय सॉफ्टवेयर इंजिनियर श्रीनिवास कुचीभोतला की हत्या करने के मामले में दोषी ठहराए गए पूर्व अमेरिकी नेवी अॉफिसर एडम पुरिंटम को कोर्ट ने 78 साल के कारवास की सजा सुनाई है। इसके अलावा उसे 100 साल से पहले पैरोल भी नहीं मिलेगी। आपको बता दें कि 22 फरवरी को ओलाथे के ऑस्टिन बार एंड ग्रिल बार में मामूली विवाद के बाद एडम ने श्रीनिवास पर फायरिंग कर दी थी। बात में अस्पताल ले जाते समय भारतीय की मौत हो गई थी और उनके दोस्त आलोक मदसानी जख्मी हो गए थे।
इस मामले में इससे पहले हुई सुनवाई में एडम को हत्या का दोषी पाया गया था। वहीं कोर्ट के फैसले पर श्रीनिवास की पत्नी दुमाला ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि फैसले से मेरे पति वापस नहीं आएंगे, लेकिन इससे ये संदेश जाएगा कि नफरत को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। मैं डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ऑफिस और ओलाथे पुलिस को धन्यवाद देती हूं। उन्हीं की कोशिशों से मुझे न्याय मिला है।
क्या हुआ था उस रात
पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक श्रीनिवास और आलोक मदसानी ओलाथे में जीपीएस बनाने वाली कंपनी गार्मिन के एविशन विंग में काम करते थे। 22 फरवरी की रात को वे दोनों बार एंड ग्रिल बार में थे के तभी यूएस नेवी से रिटायर्ज एडम पुरिंटन का उनसे झगड़ा हो गया। एडम उन दोनों पर नस्ली टिप्पणी करने लगा। उसने दोनों को आतंकी कहा और बोला कि मेरे देश से निकल जाओ। तुम मेरे देश में क्यों आए हो? तुम हमसे बेहतर कैसे हो?
बहस के बाद एडम बार से निकाल दिया गया। थोड़ी ही देर में वह गन लेकर लौटा और दोनों पर गोली चला दी। इसमें श्रीनिवास की मौत हो गई और मदसानी जख्मी हो गए। इसके पांच घंटे बाद एडम दूसरे बार में शराब पीने पहुंचा। वहां उसने लोगों को बताया कि वह मिडल-ईस्ट के दो लोगों को मारकर आया है और उसे छुपने की जगह चाहिए। इस बात का पता चलते ही बार टेंडर ने पुलिस को फोन किया और उसे गिरफ्तार करवा दिया।