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सड़क दुर्घटना का हर्जाना मांगना गरीब को पड़ा महंगा, झेलनी पड़ी पुलिसिया हैरेसमेंट

सड़क दुर्घटना का हर्जाना मांगना गरीब को पड़ा महंगा, झेलनी पड़ी पुलिसिया हैरेसमेंट

लखनऊ: गरीब का कोई साथी नहीं होता, लखनऊ में यह सही साबित हो गया। स्कूटी में टक्कर लगने के बाद उसका हर्जाना मांगने गए गरीब आदमी को बहुत कुछ झेलना पड़ा। इस सड़क दुर्घटना ने बड़े प्रशासनिक लूपहोल को दर्शाया है।

दुबग्गा चौराहे की सड़क दुर्घटना

खबरों के अनुसार यह मामला दुबग्गा चौराहे का है। जहां एक हाफडाला गाड़ी ने मड़ियांव निवासी तेज सिंह की स्कूटी में टक्कर मार दी। इस टक्कर के बाद उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसका हर्जाना मांगने की कोशिश में यह घटना हो गई।

तेज सिंह काकोरी थाना क्षेत्र के पास एक नर्सिंग होम में अपने दोस्त की बीमार मां का इलाज करवाने ले जा रहे थे। रास्ते में उनके साथ यह हादसा हो गया। चौंकाने वाली बात यह रही कि पुलिस ने मदद करने के स्थान पर तेज सिंह को जेल में डाल दिया।

लगाया 1200₹ की वसूली का आरोप

पुलिस ने तेज सिंह पर 1200₹ की वसूली करने का आरोप लगाया। उन पर धारा 386 लगा कर जेल भेज दिया गया। 13 दिन तक कारागार की सजा काटने के बाद तेजसिंह पूरी तरह से टूट गए। आज के दौर में चोरी करने वाला बच जाता है और सही आदमी पकड़ा जाता है। इस पूरे मामले में मदद करने की बजाय पुलिस का यह रवैया काफी परेशान करने वाला था।

थाने में जमा घड़ी और ₹5000 गायब

इतना ही नहीं खबरों के अनुसार पुलिस ने तेज सिंह का सामान भी थाने में जमा कर करवा लिया। जिसमें उनका सेल फोन, हेडफोन, घड़ी पर्स और ₹5000 शामिल थे। 19 फरवरी को उन्हें जेल से छोड़ दिया गया। अपना सामान वापस मांगने पर सेल फोन और पर्स लौटा दिया गया। इसके अलावा अन्य सामान और पैसे का कोई भी अता पता नहीं है।

मदद के लिए भटक रहे तेज सिंह

इस पूरी घटना के बाद पीड़ित तेज सिंह मदद के लिए कई दरवाजों को खटखटा रहे हैं। काकोरी कोतवाली में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। ऐसे में एक गरीब आदमी के साथ यह व्यवहार कब तक प्रशासन देखता रहेगा। प्राइवेट जॉब करके अपने परिवार का पेट पालने वाला आदमी इस हादसे को कैसे झेल पाएगा, यह बड़ी चिंता की बात है। मामला बिल्कुल सीधा सा था लेकिन इसे तोड़ मरोड़ कर उलझा दिया गया है।

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