एजेंसी, इस्लामाबाद। इमरान खान ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी नवाज शरीफ को कहा है कि भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद नवाज ने ‘सुलह’ के लिए सरकार पर दबाव बनाने के मकसद से विदेश तक से संपर्क किया। हालांकि उन्हें कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि जिन देशों से उन्होंने दखल देने के लिए कहा, उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। इमरान ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार किसी दबाव में नहीं आएगी और ‘सुलह’ को लेकर कोई अध्यादेश नहीं लाया जाएगा।
‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान ने किसी भी देश का नाम लिए बगैर कहा कि जिन दो देशों से नवाज के परिवार ने ‘सुलह अध्यादेश’ को लेकर दखल देने के लिए कहा, उन्होंने उनसे इस बारे में बताया, पर साफ कर दिया कि वे दखल नहीं देंगे। उन्होंने इस क्रम में पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के कार्यकाल में जारी किए गए ‘राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश’ का भी जिक्र किया, जिसके तहत कई नेताओं और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले रद्द कर दिए गए।
उन्होंने कहा, ‘सुलह अध्यादेश नहीं लाया जाएगा। मुशर्रफ के कार्यकाल में दो अध्यादेश लाए गए, एक पीएमएल-एन के नेता नवाज शरीफ को आम माफी देने के लिए और दूसरा पीपीपी नेता आसिफ अली जरदारी के लिए। इन दोनों अध्यादेश ने देश को बर्बाद करके रख दिया। बाद में दोनों ने एक-दूसरे को आम माफी देने के लिए इसी तरह के अध्यादेश लाए।’