प्योंगयांग। दक्षिण कोरिया के साथ अपने रिश्ते सुधारने के लिए उत्तर कोरिया ने वकालत शुरू कर दी है। दरअसल कोरियाई सम्मेलन करने के लिए दोनों देशों के बीच एक समझौते पर सहमति बनी है। उत्तर कोरिया के नेता और दक्षिण कोरिया के उच्चस्तरीय राजदूतों के बीच प्योंगयांग में हुई बैठक के दौरान एक संतोषजनक समझौते पर बात बन गई है। इस बैठक की जानकारी देते हुए उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने कहा कि दक्षिण कोरिया के प्रतिनिधियों ने देश के राष्ट्रपति मून जे इन का एक पत्र किम-जोंग-उन को दिया है, जिसमें मून ने सम्मेलन आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की है। प्योंगयांग और दक्षिण कोरिया के राजदूतों ने कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य तनावों को कम करने और वार्ता एवं सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अपने विचारों का आदान-प्रदान किया है।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, किम जोंग उन ने सोल के प्रतिनिधिमंडल के साथ गंभीर वार्ता की और दोनों देशों के बीच के संबंधों को बढ़ाने और राष्ट्रीय पुनएर्कीकरण का नया इतिहास लिखने की अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति साझा की। गौरतलब है कि फरवरी की शुरुआत में किम जोंग-उन की बहन किम यो जोंग ने शीतकालीन ओलम्पिक के मौके पर दक्षिण कोरिया का ऐतिहासिक दौरा किया था और मून को उत्तर कोरिया आने का न्यौता दिया था। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने इस निमंत्रण का स्वागत किया था।