नई दिल्ली। कोरोना देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखा है। आए दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही ब्रिटेन में कोरोना का एक नया स्ट्रोन पाया गया है जो पहले की अपेक्षा ज्यादा खतरनाक है। कोरोना का नया स्ट्रोन 70 प्रतिशत तेजी से फैल रहा है। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए ब्रिटेन में फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है। इसके साथ ही लोगों से जारी की गई गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ ब्रिटेन से भारत आए यात्रियों में भी कोरोना का नया स्ट्रोन पाया गया है। भारत में 6 लोगों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है। ये 6 लोग ब्रिटेन की यात्रा से वापस देश लौटे हैं। वहीं जिन लोगों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है, उन्हें आइसोलेट किया गया है और उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है।
व्यापक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी शुरू किया गया है-
बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रोन मिलने के बाद भारत सहित लगभग सभी देशों ने ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके बाद वहां से आने वाले यात्रियों में 6 लोगों में यह लक्षण देखे गए हैं। यूके से लौटे 6 लोगों में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबित इनमें 3 सैंपल की NIMHANS, बेंगलुरु में पुष्टि हुई है। इसके अलावा 2 CCMB, हैदराबाद में मिले हैं और 1 NIV, पुणे में मिला है। वहीं जिन लोगों के सैंपल नए स्ट्रेन से पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्हें राज्य सरकारों के जरिए निर्देश दिए गए अलग कमरे में आइसोलेट किया गया है। ब्रिटेन से आए जिन 6 लोगों में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है, उनका इलाज किया जा रहा है। इसके साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों को क्वारनटीन किया गया है। वहीं दिशानिर्देशों के मुताबिक सह-यात्रियों, पारिवारिक लोगों और अन्य लोगों के लिए व्यापक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी शुरू किया गया है। इसके अलावा अन्य सैंपल का जीनोम स्किवेंसिंग किया जा रहा है।
इन 10 लैब में भेजे गए सैंपल-
जानकारी के अनुसार 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक यूके से करीब 33 हजार लोग भारत आए थे। इन सभी लोगों को ट्रैक किया गया और उनका टेस्ट करवाया गया। इसमें से कुल 114 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले थे। जिसके बाद इनके सैंपल का जीनोम स्किवेंसिंग किया गया था। इन्हें देश में 10 लैब (एनआईबीएमजी कोलकाता, आईएलएस भुवनेश्वर, एनआईवी पुणे, सीसीएस पुणे, सीसीएफडी हैदराबाद, सीडीएफडी हैदराबाद, इनामो बेंगलुरु, निमहंस बेंगलुरु, आईजीआईबी दिल्ली, एनसीडीसी दिल्ली) में भेजा गया। जहां इनकी जांच हुई।