नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से आए कोरोना वायरस ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया था। जिसके चलते सभी देशों में लाॅकडाउन लगा दिया गया था। हालांकि पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मरीज मिलने कम हो गए, लेकिन अब ऐसा देखकर ऐसा लग रहा है कि कोरोना वायरस का असर फिर से लौट आया है। जिसके चलते फ्रांस में फिर से लाॅकडाउन की घोषण कर दी गई। फ्रांस में शुक्रवार से लाॅकडाउन लगाया जा रहा है। फ्रांस देश में मरीजों के लिए बैड उपलब्ध कराना एक बहुत बड़ी चुनौती है। क्योंकि वहां कुल 9 हजार बैड उपलब्ध हैं। लेकिन मरीजों की लगातार बढ़ रही है।
लाॅकडाउन नहीं लगा तो मौत का आकड़ा 4 लाख-
बता दें कि कोरोना महामारी से विश्व के सभी देश ग्रसित हैं। जिसके चलते सभी नियमों के साथ में अनलाॅक कर रहे हैं। हालांकि जैसे-जैसे अनलाॅक की प्रक्रिया शुरू हुई वैसे ही कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है। ऐसा ही कुछ खबर फ्रांस से आई है। जहां मरीजों की संख्या में वृद्धि देख फिर से लाॅकडाउन की घोषणा कर दी गई है। राष्ट्र के नाम संबोधन में यह घोषणा की गई है। राष्ट्रपति ने कहा कि अगर समय से लाॅकडाउन नहीं लगाया गया तो देश में लगभग 4 लाख लोगों की मौत हो सकती है। फ्रांस में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर पूर्ण लाॅकडाउन रहेगा। इसी के साथ राष्ट्रपति ने कहा कि हर एक फ्रांसीसी की जान की कीमत है, लोगों को ऐसे ही मरने के लिए नहीं छोड़ सकते। से सख्त कदम इसलिए उठाए जा रहे हैं क्योंकि अस्पताल फुल हैं और बेड भी कम पड़ रहे हैं। कोरोना लौट आया है, अगर लाॅकडाउन नहीं किया तो देश में बहुत भयावह स्थिति पैदा हो जाएगी।
सिर्फ इतने बेड हैं खाली-
इसी के साथ फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि आकड़े घटने तक देश में लाॅकडाउन जारी रहेगा। फ्रांस में फिलहाल 9 हजार बेड ही उपलब्ध हैं। आगे राष्ट्रपति ने बताया कि पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाली 15 नवंबर तक देश में एक भी खाली बेड नहीं रहेगा। आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाना राष्ट्रपति के लिए बहुत बड़ी चुनौती है।