नई दिल्ली। कोरोना वायरस अपना पैर पसारता जा रहा है। हर क्षेत्र में इसके संक्रमण की रिपोर्ट आ रही है। भारतीय नौसेना के जवानों में भी इसके प्रसार का डर पैदा हो गया है। बताया जा रहा है कि नौसेना में 25 से अधिक कर्मियों के कोरोना टेस्ट हो चुके हैं और इनमें से 21 पॉजिटिव बताए जा रहे हैं। आईएनएस आंग्रे, मुंबई में 20 पॉजिटिव केस पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि आईएनएस आंग्रे, मुंबई परिसर में एक नाविक से बाकी लोगों में इसका संक्रमण फैला है। यह नाविक 7 अप्रैल को हुई जांच में पॉजिटिव पाया गया था। आईएनएस आंग्रे, मुंबई परिसर में लोगों को क्वारनटीन कर दिया गया है। साथ ही संक्रमण और न फैले इसके लिए सभी कदम उठाए गए हैं। अच्छी बात ये है कि संक्रमण जहाज और पनडुब्बियों में संक्रमण का कोई मामला नहीं।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं। वहीं भारतीय सेना में शामिल अधिकारी भी कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं। भारतीय सेना के एक लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक डॉक्टर कोविड-19 से पॉजिटिव पाए गए हैं।
भारतीय सेना के एक लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक अधिकारी एंटी-कोविड ऑपरेशंस में डॉक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे। हालांकि अब उन्हें कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है। इसके साथ ही सेना में संक्रमितों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। सेना के सूत्रों ने कहा, ‘सेना के डॉक्टर को दिल्ली में सेना मुख्यालय के एक हिस्से में तैनात किया गया था और वे एंटी-कोविड अभियानों में शामिल थे।
सेना के सूत्रों ने बताया था कि अब एहतियाती उपाय के तौर पर अधिकारी के कॉन्ट्रैक्ट हिस्ट्री का पता लगाया जा रहा है। साथ ही जो लोग भी उनके संपर्क में आए थे, उनकी जानकारी को इकट्ठा किया जा रहा है। वहीं संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट किया जा रहा है। लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के आर्मी डॉक्टर कोविड-19 से निपटने के लिए सुविधाओं और बुनियादी ढांचे की तैयारी में शामिल रहे हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल ऐसे दूसरे डॉक्टर और कुल पांचवें शख्स हैं जो सेना में कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं।
भारतीय सेना में इससे पहले भी कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है। सबसे पहले लद्दाख में एक जवान था जो अपने पिता के कारण कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुका था। सेना में कोरोना वायरस का ये पहला मामला था। सेना में दूसरा मामला कोलकाता के एक कर्नल रैंक के डॉक्टर का था, जो दिल्ली से लौटे थे।