कोरोना महामारी के बीच संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार सत्र में बदलाव किए गए हैं। सत्र शुरू होने से पहले लोकसभा के 17 सांसद कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। आज से संसद का सत्र शुरू गया हैं। सांसदों की जांच सत्र शुरू होने से पहले की गई थीं।
संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक विशिष्ट वातावरण में संसद का सत्र शुरू हो रहा है, पीएम ने इस दौरान सांसदों से चीन सीमा के मुद्दे पर एक स्वर में सैनिकों के साथ खड़े होने की बात कही। राज्यसभा में आज उपसभापति पद के लिए चुनाव भी है।
लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन ही भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार 3 बजे तक के लिए स्थगित हो गई हैं। पहले दिन लोकसभा में दो बिल पास हुए। होम्योपैथी के लिए राष्ट्रीय आयोग 2020 और भारत में चिकित्सा पद्धति के लिए राष्ट्रीय आयोग बनाने के लिए बिल पास हुए।
सीतारमण पर टिप्पणी पर हुआ हंगामा
टीएमसी सांसद सौगत राय ने वित्त मंत्री सीतारमण पर की आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसको लेकर सदन में खूब हंगामा हुआ। मंत्री के बयान को रिकॉर्ड से हटा दिया गया हैं। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सौगत राय को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
हरिवंश के समर्थन में बीजेडी
राज्यसभा के उपसभापति चुनाव पर बीजेडी के प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि, हमारी पार्टी राज्यसभा में उपसभापति के एनडीए उम्मीदवार हरिवंश को सपोर्ट करती हैं।
अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी पर हो बहस: सुप्रिया सुले
लोकसभा में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, मुझे लगता है कि देश में अभी सबसे बड़ी चुनौती अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी की स्थिति है. मुझे लगता है कि पहले दिन हमें संसद में जो बहस करनी चाहिए वह अर्थव्यवस्था की स्थिति, महामारी और बेरोजगारी की चुनौतियों पर हो।
कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्री का बयान
कोरोना महामारी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने संसद को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अधिकतम मामले और मौतें मुख्य रूप से महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, यूपी, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा, असम, केरल और गुजरात में हुई हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयासों से देश में कोरोना पर रोकथाम लगी। प्रति 10 लाख भारत में 3,328 केस हैं और 55 मौतें हुई है। दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में ये कम हैं।