निर्मल उप्रेती, संवाददाता, अल्मोड़ा
अल्मोड़ा जनपद में लगातार कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है जनपद के शहरी क्षेत्रो के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रो में कोरोना अपने पांव पसार चुका है जनपद के दर्जनों गावो को कंटमेंट जॉन बनाया जा रहा है।
ऐसे में जब शहरों में स्वास्थ्य व्यवस्था के हाल सुस्त है तो ग्रामीण क्षेत्रों की हालत बिगड़ने लग गये है कांग्रेस के नेता एवं पूर्व उपाध्यक्ष एन.आर.एच.एम. बिट्टू कर्नाटक ने ग्रामीण क्षेत्रों जांच बढ़ाने को लेकर प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि आज जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के मरीजो में लगातार बढ़ते जा रहे है उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग का अभाव है जिस कारण लोगों को पता ही नहीं चल पा रहा है कि वो कोरोना से ग्रसित हैं।
उन्होंने मांग की है कि सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थ्य टीमों का गठन किया जाय और व्यकित की टेस्टिंग की जाय जो वर्तमान में अति आवश्यक हो गया है।
परिवहन का है बुरा हाल
कोरोना महामारी के चलते उत्तराखंड परिवहन विभाग इन दिनों के संकट के दौर से गुजर रहा है। कर्मचारियों को पिछले 4 महीने से तनख्वाह नहीं दी गई है, कोविड से रोडवेज के 15 कर्मचारियों की मौत हो गयी है, जिनके लिये सरकार से किसी भी तरह की मुवावजे तक का घोषणा तक नहीं की गई है।
आपको बता दें कि अन्य राज्यों में कोविड के दौरान मरने वाले कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा करवाया गया है। इस बारे में भारत खबर से बातचीत में कर्मचारी नेता कमल पपने का कहना है कि उत्तराखंड रोडवेज की बसें उत्तराखंड की सीमा तक ही जा रही हैं। जिसके चलते रोडवेज की गाड़ियों का तेल का पैसा भी नहीं निकल पा रहा है।
कर्मचारी नेता ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि जब तक कोविड के मामले एकदम कम नहीं हो जाते तब तक के लिए रोडवेज की बसों का संचालन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए।