यू.एस ब्यूरो। इटली में 20 मार्च को कोरोना वायरस से 627 और लोगों की मौत होने के साथ ही इस बीमारी से मरने वालों की संख्या महामारी को नियंत्रित करने के लिए सरकार के भरपूर प्रयासों के बावजूद दुनिया में सबसे अधिक 4,000 के पार चली गई। इस देश में इस रोग से प्रतिदिन की मृत्युदर उससे भी ज्यादा हो गई है जो चीन में वुहान के हुबई प्रांत में इस बीमारी शिखर पर रहने के दौरान वहां की आधिकारिक मृत्युदर थी। इटली में बुधवार (18 मार्च) को एक दिन में इस बीमारी से 475 लोगों की जान गई थी।
इटली में महज पिछले तीन दिनों में कोविड-19 से 1500 से ज्यादा मौतें हुई हैं। इटली में इस बीमारी से अब तक 4,032 लोगों की जान जा चुकी है। देश में इस रोग के मामले 6,000 की बढ़ोत्तरी के साथ 47,021 हो गए।
चीन के बाद कोरोना वायरस का नया गढ़ बन चुके इटली में हालात बेकाबू हो गए हैं। यहां बर्गमो प्रांत में तो हालात इतने भयावह हैं कि कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार करने में भी संघर्षों का सामना करना पड़ रहा है। यहां केवल दो सप्ताह में ही एक पूरी पीढ़ी अपनी जान से हाथ धो बैठी है। हालात इतने भयावह हैं कि स्थानीय लोगों का कहना है कि यह रुला देने वाला है।
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, बर्गमो प्रांत में लाशों को दफनाने में ही काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के चर्चों में ऐसे ताबूतों की लाइनें लगी हैं, जिनमें संक्रमण से मरने वालों की लाशों को दफनाया जाना है। इस वजह से लोगों को लाश अपने घरों में ही कई दिनों तक रखनी पड़ रही है। इसकी वजह है कि कोरोनावायरस महामारी की मार झेल रहे इस इतावली प्रांत में अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनियों की कार्यप्रणाली चरमरा गई है