पटना: बिहार में आगामी चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। और एक दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरु हो गई है। इसी कडी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद माना जा रहा था कि एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद थम गया है।
रालोसपा अध्यक्ष के बयान के बाद गरमाई सियासत
लेकिन यह विवाद रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान के बाद एक बार फिर बिहार की सियासत में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि सीटों के बंटवारे पर जब तक एनडीए के सभी घटक दल एक साथ बैठकर चर्चा नहीं करते तब तक यह बात अधूरी ही मानी जाएगी। उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर अभी तक फैसला नहीं हुआ है।
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विरोधियों को मिला सुनहरा मौका
वहीं कुशवाहा के इस बयान से विरोधियों को एनडीए पर हमला बोलने का एक सुनहरा मौका मिल गया है। राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कुशवाहा के इस बयान पर कहा कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। रालोसपा और लोजपा के अध्यक्ष जल्द ही महागठबंधन में शामिल होंगे। अब देखना यह होगा कि विरोधियों द्वारा की जा रही बयानबाजी सही साबित होती है या फिर एनडीए 2019 के लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ती है।