उत्तर प्रदेश में सियासत पल पल करवट बदलती हैं. सियासत गर्म रहना लाजमी भी हैं क्योकि सभी पोलिटिकल पार्टी 2022 को भुनाने की जुगत में लगे हुई हैं. इसी के चलते आये दिन कोई न कोई नया मामला पैदा हो जाता हैं. जिससे अपनी राजनीती चमकी रहे. यहाँ मामलों को बनाया जाता हैं और और उन्हें भुनाने के बाद दबा दिया जाता हैं. एक तरफ सरकार अपना कार्यो को दिखाकर राजनितिक जुगत भिड़ाने में लगी रहती हैं. कुछ कार्य आइसे ऐसे भी सामने आते हैं जिन्हें लेकर विवाद खड़ा हो जाता हैं और विपक्ष सत्ता को घेरने में लग जाता हैं. ऐसा ही ही एक मामला फिरसे सामने आया हैं. जिसमे विपक्ष सरकार पर हमलावर हैं. दरअसल प्रदेश सरकार राज्य को शोचालय की समस्या से निजात दिलाने के लिए जगह जगह पर शोचालय का निर्माण करा रही हैं साथ ही शोचालय का बेहतर बनाने का प्रयास कर रही हैं. इसी कड़ी में गोरखपुर के ललित नारायण मिश्रा रेलवे हॉस्पिटल के एक टॉयलेट (Toilet) में समाजवादी पार्टी के झंडे के रंग वाले टाइल्स को लेकर सियासत गरमा चुकी हैं. समाजवादी पार्टी ने रेलवे से 24 घंटे के भीतर इन टाइल्स को बदलने का समय दिया हैं.
24 घंटे टाइल्स बदलने का अल्टीमेटम
इस संबंध में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने रेलवे के महाप्रबंधक से भी मुलाकात की हैं. सपा नेताओं ने पार्टी के झंडे के रंग वाले टाइल्स 24 घंटे के भीतर हटाने की बात कही हैं. बता दें कि गोरखपुर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का गृह नगर भी हैं. सपा ने इस मामले पर तवीत भी किया हैं. जिसमे लिखा, “दूषित सोच रखने वाले सत्तासीन नेताओं द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना. एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगों का अपमान घोर निंदनीय है” सपा ने रेलवे से इस मामले में संज्ञान लेते हुए तुरंत रंग बदलने की मांग की हैं.
रेलवे ने दी सफाई
इस मामले में अब रेलवे की और से जवाब दिया गया है. रेलवे ने तवीत करते हुए जवाब दिया हैं. ट्वीट कर बताया गया हैं कि यह टाइल्स पहले से लगी हैं. इसका कोई राजनीतिक मकसद नहीं हैं. इसे बेवजह तूल दिया जा रहा हैं. रेलवे का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत गोरखपुर रेलवे हॉस्पिटल के टॉयलेट में लगे यह टाइल्स सालों पुराने है. इन टाइल्स को लगाने का उद्देश्य बेहतर साफ सफाई सुनिश्चित करना हैं. इसका किसी भी राजनीतिक दल से कोई भी संबंध नहीं हैं. आइये साथ मिलकर स्वच्छ भारत मिशन में सहयोग करें.
दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीशों द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना!
एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगो का अपमान घोर निंदनीय।
संज्ञान ले हो कार्रवाई, तत्काल बदला जाए रंग। pic.twitter.com/AE28tJ8Wvo— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 29, 2020
मांग नहीं मानने पर प्रदर्शन की चेतावनी
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता गुरुवार को गोरखपुर कार्यालय में भी इकट्ठा हुए. उन्होंने इस मामले में रोष प्रकट करते हुए दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की हैं. सपा जिलाध्यक्ष राम नगीना साहनी ने कहा कि हम पार्टी के ध्वज का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि ये टॉयेलट 3-4 महीने पहले ही बना है और बुधवार को पहली बार पार्टी की जानकारी में यह मामला आय़ा. उन्होंने मांग नहीं मानने पर सड़क पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी हैं.