फैजाबाद। सूबे की सरकार में राज्यमंत्री का पद है वर्तमान अयोध्या विधायक पवन पांडेय का सीएम अखिलेश के करीबी भी कहे जाते हैं। अयोध्या में कल विवादित ढांचे के विध्वंस की बरसी थी। इसी विवाद से जुड़े एक पैरोकार के आवास पर ढांचे को लेकर शहादत दिवस मनाया जा रहा था। इसी दौरान वहां पहुंचे सूबे के मंत्री और विधानसभा अयोध्या के विधायक पवन पांडे ने अपना सम्बोधन शुरू किया। सम्बोधन में पवन ने भाजपा और आरएसएस पर एक संगीन आरोप लगाते हुए । एक विवादित टिप्पणी भी की।
जिसके बाद अयोध्या का माहौल काफी गरम है। लोगों में विधायक के इस बयान को लेकर खासा गुस्सा है। आखिर एक संववेदनशील मामले में सूबे के विधायक और सरकार के मंत्री का किसी मंच से जुड़ना और फिर किसी पार्टी और किसी गैर राजनैतिक संगठन के खिलाफ बयान देना एक गम्भीर मुद्दा बन गया है। लोगों का कहना है कि सरकार जाति-धर्म से परे होती है लेकिन सरकार के एक मंत्री का किसी धर्म विशेष के द्वारा आयोजित किसी अतिसंवेदनशील मामले में सभा में जाना फिर एक विवादित बयान देना। ये संवैधानिक मर्यादा का खुला उल्लघंन है।
इस दौरान आयोजित सभा में बोलते हुए सूबे के वन राज्य मंत्री ने कहा कि आरएसएस और भाजपा वाले अंग्रेजों की मुखबिरी करते थे। उनके लिए इनके पूर्वज काम करते थे। इसके साथ ही उन्होने कहा कि भाजपा के लोग देश के बर्बाद करने में लगे हुए हैं। इसके साथ ही उन्होने भाजपा और आरएसएस पर दलाली का भी आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होने कहा कि आज सूबे में समाजवादी पार्टी की सरकार केवल मुस्लिमों की बदौलत बनी है।
इसके साथ ही मंत्री पवन पांडेय ने कहा कि भगतसिंह, जवाहर नेहरू और अशफाक उल्लहा खां एक सामजवादी धारा के विचारक थे। आज तक जितने भी देश में क्रांतिकारी पैदा हुए हैं। उनमें से कोई भी भाजपा से नहीं दूर से दूर तक जुड़ा था।
(अजस्रपीयूष)