नई दिल्ली। भाग दौड़ से भरी जिन्दगी में कब कौन सी बिमारी किसको हो जाए इसका पता नहीं चलता लेकिन कुछ बिमारियां ऐसी हैं जिनको राजरोग या ऐसा रोग माना जाता है जो जीवन के साथ ही खत्म होता है। इन रोगों में एक है मधुमेह यानी शुगर या डायबिटीज। यूं तो ये एक गंभीर और जटिल बिमारी है, अगर इसका इलाज समय रहते नहीं किया जाता तो ये हमारे शरीर के आर्गनस को नुकसान पहुंचा देती है। भारत में अकेल इस रोग से करीब 64.5 मिलियन लोग ग्रसित हैं। भारत में इनती बड़ी तादात में इस रोग से ग्रसित होने की वजह लोगों की बदलती लाइफ स्टाइल और स्ट्रेस लेने की आदत है।
लेकिन अगर इस बिमारी पर अपने रहन-सहन और खान-पान से काफी हद तक काबू पा सकते हैं। हम खाने में अक्सर लापरवाही कर देते हैं, जिसका असर हमारी लाइफ पर एक गम्भीर बिमारी के तौर पर पड़ता है। इस रोग के बारे में चरक और शुश्रुत ने भी अपने ग्रंथों में लिखा है। इस रोग से छुटकारा पाने के लिए कई शोध भी किए जा रहे हैं। क्योंकि इस रोग का दायरा अब वृद्धों के बजाय युवाओं और बच्चों तक फैलता जा रहा है। इसलिए इस रोग का उपाय जानना बहुत ही जरूरी हो गया है।
इस रोग के होने के प्रमुख कारण
खान-पान और रहन-सहन का सही ना होना
बैठकर काम करना और जंक फूड खाना
मिठाईयों का अत्याधिक सेवन करना
अधिक मात्रा में मादक पदार्थों का सेवन करना
कुल लोगों को अनुवांशिक तौर पर यह रोग मिलता है
चितां और मानसिक तनाव भी इस रोग के होने का प्रमुख कारण हैं
इस रोग से बचने या इसके प्रभाव को कम करने के लिए खान-पान को सही करना बहुत ही आवश्यक है। इस रोग में कुछ खास सब्जियों का सेवन फायदेमंद होता है। जैसे हरी प्याज इसको सब्जी के तौर पर स्लाद के तौर पर इस्तेमाल करने से इस रोग का प्रभाव कम करने में राहत मिलती है। आप इस हरी प्याज का इस्तेमाल कुछ इस तरह कर इसका परिणाम देख सकते हैं। आप हरीप्याज को जड़ के साथ लें, फिर इसको शुद्ध पानी से धोंए इसके बाद इसको 24 घंटे के लिए शुद्ध पानी में भिगो दें। 24 घंटे के बाद इस पानी को छान लें दिन भर इसका सेवन करें । इसके बाद पहले ही दिन इसके सार्थक परिणाम को देखें। लगातार इसके प्रयोग से आपको बेहतरीन नतीजे देखने को मिलेंगे।