लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार अब किन्नर समाज के लिए बड़ी योजना लाने जा रही है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में राज्य किन्नर आयोग का गठन किया जाएगा। इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने राज्य किन्नर आयोग के गठन का एक प्रारूप तैयार करके शासन को प्रस्ताव भेजा है।
प्रस्ताव के अनुसार किन्नर आयोग में विभागीय प्रमुख सचिव को अध्यक्ष बनाया जाएगा। इनके अलावा 5 ट्रांसजेंडर भी इस आयोग में शामिल किए जाएंगे।
दरअसल, यह आयोग किन्नरों को हक दिलाने के लिए काम करेगा। साथ ही ये आयोग उन्हें भरण पोषण, पढ़ाई और रोजगार से जोडऩे के साथ.साथ सरकारी नौकरियों में उनकी भागीदारी कराने के लिए विस्तृत स्तर पर रणनीति बनाकर काम करेगा। किन्नर आयोग के गठन के लिए विभागीय स्तर पर खाका तैयार कर लिया गया है।
आपको बता दें कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार उतर प्रदेश में 1 लाख 35 हजार 600 ट्रांसजेंडर हैं। हालांकिए समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तमाम लोग जनगणना के समय किन्नर होने की जानकारी छिपाते हैं।
हकीकत में इनकी संख्या इससे कहीं ज्यादा होगी। किन्नरों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार ने उतर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड के गठन का निर्णय लिया है। इस प्रस्ताव पर गौर करे तो इसमें राज्य मुख्यालय स्तर पर समाज कल्याण मंत्री इस बोर्ड के अध्यक्ष और अपर मुख्य सचिव या प्रमुख सचिव, समाज कल्याण उपाध्यक्ष होंगे।
उतर प्रदेश के सभी पांच परिक्षेत्र बुंदेलखंडए पश्चिमांचलए पूर्वांचलए अवध और रूहेलखंड के एक.एक किन्नर भी इस बोर्ड में बतौर सदस्य शामिल किए जाएंगे। किन्नरों के लिए काम करने वाली दो एनजीओ भी के भी सदस्य इसमें रहेंगे।